लेह: भाजपा नेताओं पर मीडियाकर्मियों को रिश्वत देने का आरोप, FIR दर्ज कराना चाहती हैं अधिकारी
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के लेह में मीडियाकर्मियों को रिश्वत देने के आरोपों में उनके खिलाफ FIR दर्ज की जा सकती है। मामले की जांच में जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेताओं के पार्टी के समर्थन में खबरें करने के लिए मीडियाकर्मियों को लिफाफे में पैसे देने के आरोपों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया है। बता दें कि लेह जम्मू-कश्मीर की लद्दाख लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है, जिस पर 6 मई को पांचवें चरण के दौरान मतदान हुआ था।
क्या है पूरा मामला?
2 मई को लेह प्रेस क्लब ने जिला निर्वाचन अधिकारी और जिले के SHO के पास भाजपा नेताओं के उनकी पार्टी के समर्थन में माहौल बनाने के लिए मीडियाकर्मियों को रिश्वत देने की 2 शिकायतें दर्ज कराईं थीं। शिकायतों में मुख्य आरोप जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र रैना और विधान परिषद के सदस्य विक्रम रंधावा पर लगाया गया था। भाजपा नेताओं ने रिश्वत देने के इन आरोपों को खारिज किया था।
भाजपा नेता की सफाई, लिफाफों में था सीतारमण की रैली का न्यौता
रैना ने कहा था कि रंधावा सहित पार्टी नेताओं ने मीडियाकर्मियों को जो लिफाफे दिए, उनमें रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की दो दिन बाद होने वाली रैली का न्यौता था। उन्होंने उनका नाम लेने वाले मीडियाकर्मियों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दी।
मामले का वीडियो हुआ था वायरल
मामले से संबंधित एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें कुछ भाजपा नेताओं को 4-5 मीडियाकर्मियों को लिफाफे देते हुए नजर आ रहे हैं। इनमें से एक महिला महिला पत्रकार जब लिफाफे को खोलकर देखती है और जल्दी से उसे लौटाने के लिए एक भाजपा नेता की ओर जाती है। जब भाजपा नेता उससे लिफाने को लेने से इनकार कर देता है तो वह उसे वहीं मेज पर छोड़कर चली जाती है।
FIR का मामला कोर्ट में
इसके बाद लेह की निर्वाचन अधिकारी और डिप्टी कमिश्नर अवनी लवासा ने मामले में जांच के आदेश दिए थे। जांच पूरी होने के बाद उन्होंने कहा, "मामले में FIR दर्ज करने के निर्देश के लिए हम मंगलवार को पुलिस के जरिए जिला कोर्ट गए। हालांकि कोर्ट ने मामले में अभी तक कोई भी आदेश नहीं दिया है।" इस दौरान उन्होंने बताया कि भाजपा नेताओं का यह व्यवहार आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के साथ-साथ एक आपराधिक मामला भी है।
तीनों शिकायतों को मिलाकर एक कर रही पुलिस
लवासा ने बताया कि उन्होंने पुलिस से FIR या शिकायत दर्ज करने की मांग की, जिसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज की और मंगलवार को इसे कोर्ट के सामने रखा। उन्होंने कहा कि वह मामले में FIR दर्ज किए जाने की मांग कर रहे हैं। लवासा ने बताया कि अब मामले में लेह प्रेस क्लब की दो शिकायतों सहित और उनकी शिकायत को मिलाकर कुल 3 शिकायत हो गई हैं और पुलिस इन्हें मिलाकर एक कर रही है।
मोदी को क्लीन चिट का विरोध करने वाले चुनाव अधिकारी की बेटी हैं अवनी लवासा
बता दें कि अवनी लवासा उन्हीं निर्वाचन अधिकारी अशोक लवासा की बेटी हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को मिली 5 क्लीन चिट पर विरोध में मत दिया था। अवनी खुद IAS 2013 बैच की जम्मू-कश्मीर कैडर की अधिकारी हैं।