
जयंत पाटिल ने महाराष्ट्र NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, लग रही कई अटकलें
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में निकाय चुनाव से पहले बड़े घटनाक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हाल ही में पाटिल ने पार्टी प्रमुख शरद पवार से प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्त किए जाने की मांग की थी। उन्होंने 10 जून को पार्टी की वर्षगांठ पर इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी। वे बीते 7 सालों से NCP के साथ जुड़े हुए थे।
बयान
पाटिल ने पद छोड़ने के दिए थे संकेत
पिछले महीने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान पाटिल ने अध्यक्ष पद छोड़ने की इच्छा जताई थी। तब उन्होंने शरद की मौजूदगी में कहा था, "पवार साहब ने मुझे बहुत मौके दिए। उन्होंने मुझे 7 साल का कार्यकाल दिया। आखिरकार पार्टी को नए चेहरों को मौका देना ही होगा। मैं आप सबके सामने निवेदन करूंगा कि आखिरकार पार्टी पवार साहब की ही है। उन्हें इस पर सही फैसला लेना चाहिए। हमें अभी बहुत आगे जाना है।"
नया अध्यक्ष
शशिकांत शिंदे होंगे नए प्रदेश अध्यक्ष
शरद ने अब शशिकांत शिंदे को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया है। शशिकांत 15 जुलाई को कार्यभार संभालेंगे। शशिकांत पश्चिमी महाराष्ट्र से आते हैं और उनकी गिनती काफी वरिष्ठ नेताओं में होती है। वे कई बार महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं, लेकिन 2024 के विधानसभा चुनाव में हार गए थे। फिलहाल वे विधान परिषद के सदस्य और NCP (शरद) के मुख्य सचेतक हैं। वे जल संसाधन मंत्री भी रह चुके हैं।
अटकलें
पाटिल को लेकर लग रही कईं अटकलें
अटकलें हैं कि जल्द ही पाटिल अजित पवार की NCP में शामिल हो सकते हैं। अजित गुट के एक नेता ने TV9 से कहा, "जयंत पाटिल और अजीत पवार के रिश्ते में कुछ खास खटास नहीं है। जयंत पाटिल और अजित पवार ने साथ काम किया है। अजित पवार ने कई बार सार्वजनिक पटल पर भी जयंत पाटिल को अपने पास आने का न्योता दिया था। दोनों ने पहले भी साथ काम किया है।"
परिचय
कौन हैं जयंत पाटिल?
पाटिल फिलहाल इस्लामपुर से विधायक हैं। वे इस सीट से 2009, 2014 और 2019 में भी विधायक रह चुके हैं। 1990 में उन्होंने अपना पहला चुनाव सांगली जिले के वाल्वा सीट से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। पाटिल महाराष्ट्र के सबसे कम आयु में बजट पेश करने वाले मंत्री हैं। वह महाराष्ट्र के सबसे कम युवा वित्त मंत्री भी रह चुके हैं। उनके नाम लगातार 10 बार महाराष्ट्र का बजट पेश करने का रिकॉर्ड भी है।