DMK ने 2021-22 में विज्ञापन पर खर्च की 87 प्रतिशत राशि, भाजपा रही पीछे
तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) ने वित्त वर्ष 2021-22 में अपने कुल खर्च की 87 प्रतिशत राशि विज्ञापन पर खर्च की है। इसके उलट केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा इस मामले में काफी पीछे रही है। देश के विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से चुनाव आयोग में जमा कराई गई अपने खर्च की ऑडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अन्य दलों में किस की क्या स्थिति रही है।
इन पार्टियों के खर्च का किया गया है विश्लेषण
न्यूज 18 के अनुसार, विभिन्न राजनीतिक दलों की ऑडिट रिपोर्ट में से 17 दलों की रिपोर्ट का विश्लेषण किया गया है। इसमें भाजपा, आम आदमी पार्टी समाचार (AAP), तृणमूल कांग्रेस (TMC), जनता दल यूनाइटेड (JDU), DMK, अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), तेलुगू देशम पार्टी (TDP), समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), बीजू जनता दल (BJD), तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) या भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने विज्ञापन पर काफी पैसा खर्च किया है।
इन दलों ने विज्ञापन खर्च नहीं किया कोई पैसा
विश्लेषण के अनुसार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), YSRCP और भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (CPI) ने अपनी रिपोर्ट में विज्ञापन पर कोई पैसा खर्च न करने की जानकारी दी है। इसी तरह मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी और कांग्रेस ने चुनावी खर्च की जानकारी नहीं दी है।
DMK ने प्रतिशत में सबसे अधिक विज्ञापन पर खर्च किया
रिपोर्ट के अनुसार, DMK ने 2021-22 में कुल 35.40 करोड़ रुपये खर्च किए थे और इसमें से 87 प्रतिशत यानी 30.62 करोड़ रुपये विज्ञापन पर खर्च किए हैं। इसी तरह AIADMK ने 28.43 करोड़ रुपये के कुल खर्च की 78 प्रतिशत राशि यानी 22.28 करोड़ विज्ञापन पर खर्च की है। इसी तरह भाजपा ने राशि के हिसाब से सबसे अधिक 313.17 करोड़ रुपये विज्ञापन पर खर्च किए हैं, लेकिन यह कुल खर्च की महज 37 प्रतिशत ही राशि है।
भाजपा ने किस मद पर कितने रुपये खर्च किए?
भाजपा ने 18.41 करोड़ रुपये ऑडियो और वीडियो क्रिएटिव, 164.01 करोड़ विज्ञापन, 72.28 करोड़ रुपये इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर विज्ञापन देने में खर्च किए हैं। इसी तरह उसने 36.33 करोड़ रुपये कटआउट, होर्डिंग और बैनर, 22.12 करोड़ रुपये मुद्रित सामग्री के माध्यम से विज्ञापन पर खर्च किए हैं। ऐसे में यह खर्च पार्टी की ओर से किए गए कुल खर्च का 37 प्रतिशत हिस्सा है, जो अन्य दलों से काफी कम है।
बसपा और BJD की क्या रही है स्थिति?
बसपा ने कुल 85.17 करोड़ रुपये खर्च किए और इनमें से चुनावों पर 69.59 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। पार्टी के इस चुनावी खर्च में 13.83 करोड़ रुपये यानी 16 प्रतिशत राशि विज्ञापन पर खर्च की गई है। इसी तरह BJD ने कुल 28.63 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें से 23.04 करोड़ रुपये पिपली विधानसभा और जिला परिषद और शहरी चुनावों में उपचुनाव के दौरान चुनावी खर्च थे। इसमें से 56 प्रतिशत राशि विज्ञापन पर खर्च हुई थी।
TMC ने विज्ञापन पर खर्च की महज 11 प्रतिशत राशि
TMC ने इस अवधि में कुल 268.33 करोड़ रुपये खर्च किए और इसमें से 50 प्रतिशत यानी 135.12 करोड़ रुपये चुनावों पर खर्च हुए हैं। पार्टी ने विज्ञापन पर महज 11 प्रतिशत यानी 28.95 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पार्टी ने विमान और हेलीकॉप्टर यात्रा पर 35.59 करोड़ रुपये, कर्मचारियों के वेतन और भत्तों पर 1.82 करोड़ रुपये और प्रशासनिक तथा सामान्य खर्चों पर 25.81 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इन खर्चों में काफी इजाफा हुआ है।
AAP की क्या रही है स्थिति?
AAP ने कुल 30.29 करोड़ रुपए में से 13.85 करोड़ यानी 46 प्रतिशत विज्ञापन पर खर्च किए हैं। इसमें 4.68 करोड़ रुपये मीडिया अभियान, 4.88 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विज्ञापन और 1.77 करोड़ कटआउट, होर्डिंग्स, बैनर आदि पर खर्च किए गए।
JDU-RJD ने विज्ञापन पर कितना किया खर्च?
JDU ने 2021-22 के दौरान 4.15 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें से 1.82 करोड़ रुपए चुनावी खर्च और 1.85 करोड़ रुपए प्रशासनिक और सामान्य खर्चे पर थे। पार्टी ने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से विज्ञापन पर 36.82 लाख रुपये खर्च किए हैं। इससे पहले 2020-21 में पार्टी ने 22.31 करोड़ रुपये चुनाव पर खर्च किए थे। इसी तरह RJD ने विज्ञापन पर केवल 33,000 रुपये ही खर्च किए हैं।
अन्य दलों ने विज्ञापन पर कितना पैसा खर्च किया?
समाजवादी पार्टी ने विज्ञापन पर 7.56 करोड़ खर्च किए हैं, जो उसके 54 करोड़ के कुल खर्च का 14 प्रतिशत है। इसी तरह TRS ने 27.93 के कुल खर्च में से 7.12 करोड़ विज्ञापन पर खर्च किए हैं। TDP ने अपने कुल खर्च की छह प्रतिशत राशि यानी 1.66 करोड़, CPM ने 83.41 करोड़ में से 13.03 करोड़ रुपये विज्ञापन पर खर्च किए हैं। कांग्रेस ने कुल 400 करोड़ के खर्च में से 279.73 करोड़ चुनावों पर खर्च किए हैं।