मध्य प्रदेश: डाइनामाइट से ढहाया गया हत्या के आरोपी पूर्व भाजपा नेता का होटल
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के सागर में प्रशासन ने मंगलवार शाम को पूर्व भाजपा नेता मिश्रीचंद गुप्ता के चार मंजिला होटल को ढहा दिया।
इस होटल को 13 घंटे से अधिक की प्लानिंग के बाद 60 डाइनामाइट लगाकर जमींदोज कर दिया गया। इस दौरान कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
भाजपा ने हत्या के एक मामले में गुप्ता का नाम आने के बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। वह फिलहाल फरार चल रहे हैं।
मामला
नेता पर चुनावी रंजिश में हत्या करने का आरोप
22 दिसंबर की रात मकरोनिया चौराहे पर जगदीश यादव नामक एक शख्स की चुनावी रंजिश में जीप से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। वह निर्दलीय पार्षद किरण यादव का भतीजा था।
किरण यादव ने हाल ही में मिश्रीचंद गुप्ता की पत्नी मीना को पार्षद चुनाव में 83 वोट से हरा दिया था।
इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मिश्रीचंद गुप्ता समेत तीन आरोपी अभी भी फरार हैं।
कार्रवाई
जिला प्रशासन ने होटल को बताया अवैध
आरोपी मिश्रीचंद गुप्ता का सागर के मकरोनिया चौराहे के पास चार मंजिला होटल था।
हत्या का आरोप लगने के बाद जिला प्रशसान ने गुप्ता के इस होटल के निर्माण को अवैध बताया था। पुलिस और प्रशासन की टीम मंगलवार को होटल तोड़ने की कार्रवाई करने पहुंची थीं।
इस दौरान कलेक्टर दीपक आर्य और पुलिस अधीक्षक तरुण नायक अन्य अधिकारियों के साथ मौजूद रहे। होटल के आसपास से लोगों को हटवाने के बाद होटल तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई।
प्रक्रिया
कंट्रोल ब्लास्टिंग की प्रक्रिया से ढहाया गया होटल
सागर के कलेक्टर दीपक आर्या ने बताया कि जिले में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि होटल को कंट्रोल ब्लास्टिंग के तहत गिराया गया, जिसके लिए विशेषज्ञों की एक टीम को इंदौर से बुलाया गया था।
बतौर रिपोर्ट्स, होटल को पूरी तरह से गिराने में लगभग छह मिनट का समय लगा। टीम के पहले प्रयास में होटल नहीं गिरा, जिसके बाद दोबारा ब्लास्ट किया गया।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें कार्रवाई का वीडियो
#WATCH | MP | Police razed illegal hotel of suspended BJP leader Mishri Chand Gupta after public protest over Jagdish Yadav murder case in Sagar
— ANI (@ANI) January 4, 2023
"There has been no loss of any kind. Only the building was demolished," said Collector Deepak Arya (03.01) pic.twitter.com/VsAbVhRGi8
पृष्ठभूमि
मध्य प्रदेश में पहले भी गिराए जा चुके हैं आरोपियों के घर
मध्य प्रदेश में पहले भी कई मामलों में आरोपियों के घरों को कथित रूप से अवैध बताकर गिराया जा चुका है। पिछले साल खरगौन में राम नवमी के अवसर पर हुई हिंसा के आरोपियों के घरों और दुकानों को प्रशासन ने तोड़ दिया था।
इसके बाद महिलाओं के साथ अपराध करने के आरोपियों के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की गई थी।
बता दें कि आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर के इस्तेमाल का सिलसिला उत्तर प्रदेश से शुरू हुआ था।