हिमाचल प्रदेश चुनाव: कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत, AAP का खाता भी नहीं खुला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं और कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ राज्य में सरकार बनाने जा रही है। पार्टी ने राज्य की 68 में से 40 सीटों पर जीत दर्ज की, वहीं भाजपा को 25 सीटों से संतोष करना पड़ा। पहली बार हिमाचल चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (AAP) खाता खोलने में भी नाकाम रही, वहीं तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है।
किसे कितने प्रतिशत वोट मिले?
वोट शेयर की बात करें तो कांग्रेस को कुल मतदान के लगभग 44 प्रतिशत वोट मिले, जबकि 2017 में हुए पिछले चुनाव में उसे 41.7 प्रतिशत वोट मिले थे। इसके विपरीत भाजपा का वोट शेयर लगभग छह प्रतिशत घटा है और उसे 2017 में लगभग 49 प्रतिशत के मुकाबले इस बार लगभग 43 प्रतिशत वोट मिले हैं। AAP को एक प्रतिशत से थोड़े अधिक वोट मिले हैं। बाकी किसी पार्टी को एक प्रतिशत भी वोट नहीं मिले।
बड़े नामों की क्या स्थिति रही?
बड़े नामों की बात करें तो मुख्यमंत्री और भाजपा उम्मीदवार जयराम ठाकुर ने सिराज सीट से बड़ी जीत दर्ज की, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण सीट से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। नेता विपक्ष रहे कांग्रेस के मुकेश अग्निहोत्री भी हरोली सीट जीतने में कायमाब रहे। कांग्रेस के चुनाव प्रभारी सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी नादौन सीट पर जीत दर्ज की। भाजपा सरकार में मंत्री रहे राजीव सैजल, सरवीन चौधरी और सुरेश भारद्वाज अपनी-अपनी सीटें हार गए।
12 नवंबर को हुआ था हिमाचल चुनाव का मतदान
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को रिकॉर्ड 75.6 प्रतिशत मतदान हुआ था। चुनाव में कुल 412 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे, जिनकी किस्मत का फैसला हिमाचल के 55 लाख मतदाताओं ने किया। भाजपा और कांग्रेस ने सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, वहीं AAP 67 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इनके अलावा बसपा, राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी, हिंदू समाज पार्टी, स्वाभिमान पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भी मैदान में थीं।
क्या रहे चुनाव के अहम मुद्दे?
हिमाचल प्रदेश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का रहा। राज्य में बेरोजगारी दर सितंबर में 9.2 प्रतिशत और अक्टूबर में 8.2 प्रतिशत थी, जो 7.6 प्रतिशत की राष्ट्रीय औसत से अधिक है। इसके अलावा अग्निपथ योजना, पुरानी पेंशन स्कीम (OPS), सेब के किसानों की दुर्दशा और गांवों में सड़कें और कनेक्टिविटी बड़े मुद्दों में शामिल रहे। हिमाचल के 39 प्रतिशत गांव और इलाके ऐसे हैं जहां कोई भी सड़क नहीं है और वो देश-दुनिया से कटे हुए हैं।
पिछले चुनाव में क्या रहे थे नतीजे?
2017 हिमाचल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 68 में से 44 सीटों पर कब्जा किया था, वहीं कांग्रेस महज 21 सीटों पर सिमट कर रह गई थी। CPM को भी एक सीट मिली थी, वहीं बाकी दो सीटों पर निर्दलीय जीते थे।