उत्तर भारत के तीन राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन से 18 की मौत, कई लापता
क्या है खबर?
उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर राज्यों में मानसूनी बारिश ने भारी तबाही मचाई है।
तीनों राज्यों में बादल फटने और बारिश के कारण आई बाढ़ तथा भूस्खलन की चपेट में आने से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और एक दर्जन से अधिक लापता बताए जा रहे हैं।
बचाव और राहत टीमें मलबे में दबे लोगों को निकालने के साथ बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी हुई है।
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हिमाचल प्रदेश में अब तक हुई 12 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और तेज बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
मंडी जिले के बागी नाला में बादल फटने से एक परिवार के छह लोग बाढ़ में बह गए। इनमें से एक बच्ची का शव बरामद हो चुका है।
इसी तरह चंबा में बारिश के बाद हुए भूस्खलन से मां बेटे सहित तीन तीन की मौत हो गई।
हादसा
मकान के ढहने से पंचायत प्रधान सहित परिवार के आठ लोग मलबे में दबे
मंडी जिले के गोहर विकासखंड के काशान गांव में पंचायत प्रधान का घर भूस्खलन की चपेट में आ गया। इससे प्रधान सहित परिवार के आठ लोग मलबे में दब गए।
प्रशासन की टीमें मौकें पर पहुंची हुई है, लेकिन अभी तक किसी को बाहर नहीं निकाल जा सका है। ऐसे में उनकी मौत की आंशका जताई जा रही है।
इसी तरह चंबा में बाढ़ का पानी घर में घुसने से मां-बेटे सहित तीन अन्य लोगों की मौत हो गई।
परेशानी
बारिश में बहा चक्की पुल, कई सड़कें क्षतिग्रस्त
बाढ़ के कारण कांगड़ा जिले में चक्की पुल सुबह बह गया। इससे जोगिंद्रनगर-पठानकोट के बीच ट्रेन सेवा बाधित हो गई। रेलवे अधिकारियों ने 10 दिन पहले पुल को असुरक्षित घोषित कर दिया था।
मंडी-पठानकोट नेशनल हाईवे जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है। कोटरोपी के पास पहाड़ी दरकने से पूरा हाईवे बह गया।
राजधानी शिमला में जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय के पास भूस्खलन से सड़क का अधिकतर हिस्सा धंस गया है।
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उत्तराखंड में कई जगह बादल फटने से चार की मौत
उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश के बाद देहरादून के पास मालदेवता सरखेत, टिहरी और यमकेश्वर इलाके में बादल फटने से भारी तबाही मची है। बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में कुल चार लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा 10 से अधिक लोग लापता हो गए।
टिहरी जिले के ग्वाद गांव में भूस्खलन से दो घरों के क्षतिग्रस्त होने से सात लोग मलबे में दब गए। इनमें से अब तक दो लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
अन्य
उत्तरखंड के इन इलाकों में भी मची तबाही
बारिश और बाढ़ से टोंस नदी पर स्थित शिव मंदिर टपकेश्वर में पानी भर गया। इसी तरह नदी पर बना पुलिस भी ध्वस्त हो गया। सोंग, जाखन और सुसवा नदी पूरे उफान पर आ गई।
रायपुर क्षेत्र के सरखेत गांव में बादल फटने के बाद आई बाढ़ में कई घर बह गए। लोगों की तलाश जारी है।
इसी तरह तोताघाटी में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग अवरुद्ध है और ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग नागनी में अवरुद्ध है। कई यात्री इन मार्गों में फंसे हुए हैं।
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जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन से दो बच्चों की मौत
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर गांव में भारी बारिश के बाद आए भूस्खलन के कारण एक कच्चा मकान ढह गया। इससे मलबे में दबने से दो बच्चों की मौत हो गई।
बचावकर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद दोनों शवों को बाहर निकाल लिया। मृतकों की पहचान तीन वर्षीय आरिफ और दो महीने के बिल्ला सोन के रूप में हुई है।
इसी तरह कई इलाकों में पानी से भरने से कई घरों में पानी घुस गया।