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क्या बिहार में कन्हैया कुमार के दर्शन के बाद मंदिर की गंगाजल से धुलाई की गई?
कन्हैया कुमार बिहार में निकाल रहे हैं पलायन रोको नौकरी दो यात्रा (तस्वीर: एक्स/@BabhanPolitics)

क्या बिहार में कन्हैया कुमार के दर्शन के बाद मंदिर की गंगाजल से धुलाई की गई?

लेखन गजेंद्र
Mar 28, 2025
03:36 pm

क्या है खबर?

बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं, जिससे यहां राजनीतिक माहौल गर्म है। बिहार में अपनी खोई जमीन वापस पाने के लिए कांग्रेस 'पलायन रोको नौकरी दो' यात्रा निकाल रही है। इसी यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के एक मंदिर जाने से विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, कन्हैया सहरसा जिले की मंदिर में दर्शन करने गए थे, जिसके बाद मंदिर की गंगाजल से धुलाई की गई। आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला?

विवाद

कहां से शुरू हुआ विवाद?

कांग्रेस की 'पलायन रोको नौकरी दो' यात्रा बिहार के अलग-अलग जिलों से होकर पिछले दिनों सहरसा जिले के बनगांव में पहुंची थी। यहां के देवी दुर्गा मंदिर में बिहार की उच्च जाति भूमिहार समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कन्हैया कुमार ने दर्शन किया और मंदिर परिसर में भाषण दिया था। इसके बाद मंदिर के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए, जिसमें कांग्रेस नेता के मंदिर से निकलने के बाद परिसर की पानी से धुलाई करते देखा गया।

ट्विटर पोस्ट

कांग्रेस ने वीडियो साझा कर दावा किया

सफाई

गंगाजल से की गई सफाई

मंदिर के धुलाई की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन कांग्रेस की ओर से दावा किया गया है कि मंदिर को भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से धोया है। ETV भारत ने दावा किया है कि मंदिर में नगर पंचायत वनगांव के वार्ड पार्षद प्रतिनिधि अमित चौधरी के निर्देशन में स्थानीय युवाओं ने मंदिर प्रांगण और प्रवचन स्थल की गंगाजल से सफाई की थी। इसे लेकर कांग्रेस नेता गैर-भाजपा पार्टियों पर हावी हैं।

बयान

कांग्रेस ने विवाद पर क्या कहा?

कन्हैया ने अपने भाषणों में बिहार और केंद्र सरकार को नौकरी के मुद्दे पर घेरा है, लेकिन इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं किया। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता ज्ञान रंजन गुप्ता ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि क्या केवल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा समर्थक ही पवित्र हैं और बाकी अछूत हैं। उन्होंने कहा कि इस कृत्य ने भगवान परशुराम के वंशजों का अपमान किया है, क्या अति-संस्कृतिकरण के एक नए चरण में में गैर-भाजपा दलों को अछूत माना जाएगा।

बयान

भाजपा ने क्या कहा?

भाजपा प्रवक्ता असित नाथ तिवारी का कहना है कि कन्हैया के दौरे के बाद मंदिर को धोने वालों की पहचान की पुष्टि करनी चाहिए और अगर मंदिर को धोया जाता है तो यह किसी और मुद्दे को नहीं बल्कि कन्हैया की राजनीति में अस्वीकृति को दर्शाता है। मामले में पार्षद प्रतिनिधि चौधरी कहते हैं कि कन्हैया पर देशद्रोह का आरोप है, उन्होंने देश और हिंदू धर्म के खिलाफ विवादित बयान दिए हैं, वे जहां-जहां जाएंगे, उसको गंगाजल से शुद्ध करेंगे।

विवाद

अखिलेश के साथ भी घटी थी घटना

ऐसा ही वाकया समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ भी घट चुका है। उन्होंने पिछले साल आरोप लगाया था कि कन्नौज में गौरी शंकर महादेव मंदिर में उनके पूजा करने के बाद मंदिर को गंगाजल से शुद्ध किया गया था, जिसका वीडियो वारल हुआ था। इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था। कई अन्य राजनेताओं के साथ भी ऐसा मामला सामने आ चुका है।

जानकारी

कहां तक पहुंची कांग्रेस की यात्रा

बिहार में कांग्रेस की यात्रा का नेतृत्व जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार कर रहे हैं। यात्रा का पहला चरण 16 मार्च को पश्चिमी चंपारण से शुरू हुआ है, जो 31 मार्च को किशनगंज में समाप्त होगा।