दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2025: केजरीवाल-सिसोदिया हारे, 27 साल बाद भाजपा की सरकार
क्या है खबर?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। भाजपा ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है और वो राजधानी में 27 साल बाद सरकार बनाने जा रही है।
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा नुकसान हुआ है। उसने केवल 22 सीटें जीती हैं। अरविंद केजरीवाल समेत AAP के कई बड़े नेता हार गए हैं।
इस बार भी कांग्रेस कोई बड़ा कमाल नहीं दिखा पाई है और सभी सीट हार गई है।
सीटें
कौन कितनी सीटें जीता?
चुनाव आयोग के मुताबिक, AAP ने 21 और भाजपा ने 48 सीटें जीतीं हैं। पिछली बार की तरह इस बार भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है।
भाजपा को 40 सीटों का फायदा और AAP को 40 सीटों का नुकसान हुआ है।
भाजपा को 45.7 प्रतिशत, AAP को 43.5 प्रतिशत और कांग्रेस को 6.3 प्रतिशत वोट मिले हैं। वोट प्रतिशत के लिहाज से पिछले चुनावों के मुकाबले कांग्रेस के प्रदर्शन में सुधार आया है।
सीटें
AAP के कई बड़े चेहरे हारे
नई दिल्ली सीट से केजरीवाल चुनाव हार गए हैं। उन्हें भाजपा के प्रवेश वर्मा ने हराया है। कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित यहां से तीसरे नंबर पर रहे।
जंगपुरा से पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी हार गए हैं। यहां से भाजपा उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह ने सिसोदिया को पटखनी दी है।
कालकाजी सीट से मुख्यमंत्री आतिशी कड़े मुकाबले में मुश्किल से जीती हैं।
इसके अलावा सौरभ भारद्वाज, सोमनाथ भारती और दुर्गेश पाठक समेत AAP के कई बड़े नेता हार गए हैं।
एग्जिट पोल
एग्जिट पोल में लगाया गया था भाजपा की वापसी का अनुमान
5 फरवरी को मतदान के बाद एग्जिट पोल जारी किए गए थे। ज्यादातर पोल में भाजपा की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया था।
चाणक्य स्ट्रेटजीस ने भाजपा को 39-44, AAP को 25-28 और कांग्रेस को 2-3 सीटें मिलने का अनुमान जताया था।
पी-मार्क सर्वे ने AAP को 21-31, भाजपा को 39-49 और कांग्रेस को 0-1 सीटें मिलने की संभावना जताई थी।
पीपुल्स पल्स ने AAP को 10-19 और भाजपा को 51-60 सीटें मिलने की संभावना जताई थी।
मोदी
भाजपा मुख्यालय पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी
चुनावों में बंपर जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 6.30 बजे भाजपा मुख्यालय पहुंचे और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, "दिल्ली ने हमें दिल खोलकर प्यार दिया। आपके इस प्यार को विकास के लॉन्ग रूट पर हम लौटाएंगे। दिल्ली के लोगों का ये प्यार ये विश्वास हम सभी पर एक कर्ज है। इसे अब दिल्ली की डबल इंजन सरकार दिल्ली का डबल तेजी से विकास करके चुकाएगी।"