लोगों को हैं सनस्क्रीन से जुड़े ये भ्रम, जानिए इनकी सच्चाई
सनस्क्रीन एक ऐसा स्किन केयर प्रोडक्ट है, जिससे जुड़े कई भ्रमों पर लोग भरोसा करते हैं, हालांकि ये सच नहीं होते हैं। उदाहरण के लिए, यह एक भ्रम है कि सनस्क्रीन तो लड़कियों का स्किन केयर प्रोडक्ट है, लड़कों को इसका इस्तेमाल करने की क्या जरूरत है। जबकि यह सच नहीं है क्योंकि सनस्क्रीन का इस्तेमाल लड़का हो या लड़की दोनों के लिए ही सही है। आइए ऐसे ही कुछ भ्रमों और उनकी सच्चाई के बारे में जानते हैं।
भ्रम- हर मौसम में सनस्क्रीन लगाना जरूरी नहीं है
शायद यह सबसे आम भ्रम है कि हर मौसम में सनस्क्रीन लगाने की जरूरत नहीं होती है क्योंकि लोगों के मुताबिक जब बहुत तेज धूप हो तब ही सनस्क्रीन लगाना बेहतर होता है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। हर मौसम में सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि हर मौसम में सूरज निकलता है और जब भी शरीर सूरज की रोशनी के संपर्क में आता है तो वह यूवी किरणों के संपर्क में होता है जिससे सनस्क्रीन सुरक्षित रख सकती है।
भ्रम- सनस्क्रीन से स्किन कैंसर हो सकता है
सनस्क्रीन से जुड़ा एक भ्रम यह भी है कि इसके इस्तेमाल से स्किन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की संभावना हो सकती है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। हम ऐसा इसलिए कह सकते हैं क्योंकि इस बात का कोई चिकित्सकीय प्रमाण नहीं है कि सनस्क्रीन का इस्तेमाल कैंसर का कारण बन सकता है, लेकिन ऐसे कई अध्ययन हैं जिनसे यह सिद्ध हो सकता है कि सनस्क्रीन का इस्तेमाल सूरज से निकलने वाली यूवी किरणों से काफी हद तक बचा सकता है।
भ्रम- गहरे रंग वाले लोगों को सनस्क्रीन की जरूरत नहीं होती है
बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों को सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती है, लेकिन यह एक गलत अवधारणा है क्योंकि गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों को भी सनबर्न होने का खतरा होता है। इस वजह से ही डर्मेटोलॉजिस्ट त्वचा की रंगत की परवाह किए बिना हमेशा स्किन केयर के तौर पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।
भ्रम- मेकअप किया है तो सनस्क्रीन नहीं लगानी चाहिए
बहुत से लोगों को भ्रम होता है कि चेहरे पर अगर मेकअप किया है तो सनस्क्रीन लगाने की जरुरत नहीं है, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। अगर आपने मेकअप किया है, तब भी आपको स्किन की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन लगानी चाहिए।