NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / लाइफस्टाइल की खबरें / महाकुंभ 144 साल बाद ही क्यों आता है और यह कुंभ मेले से कैसे है अलग?
    अगली खबर
    महाकुंभ 144 साल बाद ही क्यों आता है और यह कुंभ मेले से कैसे है अलग?

    महाकुंभ 144 साल बाद ही क्यों आता है और यह कुंभ मेले से कैसे है अलग?

    लेखन अंजली
    Jan 13, 2025
    04:01 pm

    क्या है खबर?

    उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक भव्य महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा, जो हिंदू श्रद्धालुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

    यह भव्य समारोह संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिकता का अद्भुत मिश्रण प्रदान करता है।

    हालांकि, इस साल महाकुंभ का सबसे ज्यादा खास है क्योंकि ये 144 साल बाद आया है तो आइए इस आयोजन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।

    महाकुंभ

    144 साल के बाद आए इस महाकुंभ की खासियत

    इस बार का महाकुंभ मेला विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह 12 पूर्ण कुंभ मेला चक्रों के पूरा होने का प्रतीक है और इस साल का महाकुंभ 144 साल बाद आया है।

    ऐसा कहा जा रहा है कि इस आयोजन के आगाज के साथ 144 साल बाद सूर्य, चंद्रमा, बृहस्पति और शनि ग्रहों की स्थिति एक सीध में होगी।

    इस तरह से साल 2025 के महाकुंभ मेले को सबसे ज्यादा शुभ बताया जा रहा है।

    इतिहास

    समुद्र मंथन से जुड़ा है कुंभ मेले का इतिहास

    हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक, कुंभ मेले की उत्पत्ति समुद्र मंथन से जुड़ी है, जब अमृत की चाह में देवता और राक्षस के बीच युद्ध छिड़ा था।

    ऐसा माना जाता है कि इस युद्ध के दौरान अमृत की बूंदें 4 स्थानों (प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन) पर गिरी थीं और इन पवित्र स्थानों पर बहने वाली नदियों (उज्जैन में क्षिप्रा नदी, नासिक में गोदावरी, हरिद्वार में गंगा और प्रयागराज में संगम) में डुबकी लगाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

    प्रकार

    कुंभ मेले के प्रकार

    महाकुंभ मेला कुंभ का पवित्र समारोह है और कुंभ के 4 प्रकार है, जिसमें पूर्ण कुंभ मेला, अर्ध कुंभ मेला, कुंभ मेला और महाकुंभ मेला शामिल हैं।

    कुंभ मेला हर 3 साल में हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और हरिद्वार में नदियों किनारे बारी-बारी से आयोजित किया जाता है, जबकि अर्ध कुंभ मेला हर 6 साल में हरिद्वार और प्रयागराज में आयोजित होता है।

    पूर्ण कुंभ मेला 12 साल बाद आता है, लेकिन महाकुंभ 144 साल बाद आता है।

    तुलना

    कुंभ मेला बनाम महाकुंभ

    कुंभ मेला हर 3 साल में हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और हरिद्वार में नदियों किनारे बारी-बारी से आयोजित किया जाता है।

    हालांकि, महाकुंभ अपने धार्मिक महत्व के कारण बड़े पैमाने पर प्रयागराज में आयोजित किया जाता है, जिसके दौरान दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु संगम पर डुबकी लगाने आते हैं।

    इस बार के महाकुंभ में पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति पर, दूसरा मौनी अमावस्या, तीसरा बसंत पंचमी, चौथा माघी पूर्णिमा पर और आखिरी महाशिवरात्रि पर होगा।

    राह

    कैसे पहुंचे प्रयागराज?

    हवाई मार्ग: प्रयागराज के निकटतम हवाई अड्डा बामरौली है, जो शहर से लगभग 13 किलोमीटर दूर है। ये हवाई अड्डा देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई और वाराणसी से जुड़ा है।

    रेल मार्ग: शहर के निकटतम रेलवे स्टेशन प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग स्टेशन, रामबाग में सिटी स्टेशन और दारागंज स्टेशन हैं।

    सड़क मार्ग: दिल्ली, मेरठ और झांसी जैसे शहरों के लोग प्रयागराज पहुंचने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित बस सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    उत्तर प्रदेश
    प्रयागराज
    लाइफस्टाइल

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025, क्वालीफायर-2: श्रेयस अय्यर ने जड़ा मैच जिताऊ अर्धशतक, बने 'प्लेयर ऑफ द डे' इंडियन प्रीमियर लीग
    IPL 2025: PBKS ने क्वालीफायर-2 को जीतकर फाइनल में किया प्रवेश, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025
    IPL 2025 में खत्म हुआ मुंबई इंडियंस का सफर, आंकड़ों से जानिए कैसा रहा प्रदर्शन इंडियन प्रीमियर लीग
    IPL 2025: PBKS ने क्वालीफायर-2 में MI को हराया, दूसरी बार फाइनल में किया प्रवेश  IPL 2025

    उत्तर प्रदेश

    फेसबुक पर हुई पाकिस्तानी युवती से दोस्ती, मिलने के लिए युवक ने पार की सीमा पाकिस्तान समाचार
    पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में सता रहा कोहरा, बारिश का भी अलर्ट जारी  बारिश
    लखनऊ: होटल के अंदर परिवार के 5 लोगों की हत्या, बेटे ने वारदात को दिया अंजाम लखनऊ
    लखनऊ: मां और बहनों की हत्या करने वाले युवक का खुलासा, पड़ोसियों से परेशान था परिवार लखनऊ

    प्रयागराज

    उमेश पाल हत्याकांड: अतीक अहमद की बहन आयशा बनाई गईं आरोपी, गिरफ्तार कर सकती है पुलिस अतीक अहमद
    उत्तर प्रदेश: ED ने प्रयागराज में अतीक के ठिकानों पर मारा छापा, 75 लाख रुपये जब्त अतीक अहमद
    #NewsBytesExplainer: बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का वो मामला, जिसने ढहाया अतीक का आपराधिक साम्राज्य अतीक अहमद
    अतीक अहमद हत्याकांड में अब तक क्या-क्या हुआ और कौन हैं गिरफ्तार किए गए आरोपी? अतीक अहमद

    लाइफस्टाइल

    हृदय की देखभाल करने में मदद कर सकता है अखरोट का तेल, ऐसे करें इस्तेमाल एसेंशियल ऑयल
    मौत के जोखिम को कम करने के लिए इस समय पीएं कॉफी, अध्ययन में आया सामने लाइफस्टाइल
    नाश्ते में किसी भी तरह से शामिल करें दलिया, मिल सकते हैं ये फायदे खान-पान
    सर्दियों में पेट को ठीक रखने के लिए खाएं ये 5 तरह के आटे खान-पान
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025