कर्नाटक: प्राचीन मंदिरों और स्थापत्य कला का खजाना है ऐहोल, यहां इन जगहों का करें रुख
कर्नाटक के बागलकोट जिले में स्थित ऐहोल एक खूबसूरत गांव है, जो अपने प्राचीन मंदिरों और खूबसूरत स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है। यह स्थान चालुक्य वंश की राजधानी रहा है और यहां लगभग 125 से अधिक मंदिर हैं। इन मंदिरों की वास्तुकला और शिल्पकला बहुत सुंदर है, जो भारतीय इतिहास और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यहां की यात्रा आपको प्राचीन भारत की समृद्ध धरोहर से रूबरू कराएगी।
दुर्गा मंदिर
दुर्गा मंदिर ऐहोल का सबसे प्रमुख आकर्षण है। यह अर्धवृत्ताकार आकार में बना हुआ है और इसकी वास्तुकला बहुत सुंदर है। इस मंदिर में भगवान विष्णु, शिव और दुर्गा की मूर्तियां स्थापित हैं। इसके स्तंभों पर की गई नक्काशी चालुक्य काल की उत्कृष्ट शिल्पकला को दर्शाती हैं। यहां आकर आप भारतीय स्थापत्य कला के बेहतरीन उदाहरण देख सकते हैं, जो भारतीय इतिहास और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह मंदिर स्थापत्य कला के प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल है।
लाड खान मंदिर
लाड खान मंदिर ऐहोल का सबसे पुराना हिंदू मंदिर माना जाता है। यह भगवान शिव को समर्पित है और इसका निर्माण 5वीं सदी में हुआ था। इस मंदिर का नाम एक मुस्लिम संत लाड खान के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने इसे अपने निवास स्थान के रूप में उपयोग किया था। इस छोटे से लेकिन खूबसूरत संरचना में पत्थरों पर उकेरी गई नक्काशी देखने लायक हैं, जो चालुक्य काल की शिल्पकला को दर्शाती हैं।
रावणफड़ी गुफा
रावणफड़ी गुफा एक प्राकृतिक गुफा है, जिसमें भगवान शिव की मूर्ति स्थापित है। यह गुफा पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है, जिससे यहां से आसपास का दृश्य बेहद सुंदर दिखाई देता है। इस गुफा तक पहुंचने के लिए आपको थोड़ी चढ़ाई करनी पड़ती है, लेकिन इसका अनुभव बहुत ही रोमांचक और यादगार है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, जो भारतीय इतिहास और संस्कृति के प्रेमी हैं।
मेगुति जैन मठ
मेगुति जैन मठ ऐहोल का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जो जैन धर्म को समर्पित है। यह मठ पहाड़ी पर स्थित है, इसलिए यहां से पूरे गांव का दृश्य देखा जा सकता है। इस मठ में भगवान महावीर की मूर्ति स्थापित है और इसकी दीवारों पर सुंदर चित्रकारी भी देखी जा सकती है। यहां की शांति और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। यह स्थल जैन धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष महत्व रखता है।
हुत्तिमिडी किला
ऐहोल आने वाले पर्यटकों को हुत्तिमिडी किला जरूर देखना चाहिए क्योंकि यह किला चालुक्य वंश द्वारा बनाया गया था और इसका इतिहास बहुत ही रोचक है। इस किले से आप पूरे गांव को देख सकते हैं। इसके अलावा, यहां कई पुराने हथियार भी प्रदर्शनी हेतु रखे गए हैं। ऐहोल यात्रा करने वाले पर्यटकों को इन सभी स्थलों को देखने अवश्य जाना चाहिए ताकि वे भारतीय इतिहास एवं संस्कृति को करीब से जान सकें।