मानसून में डेंगू, मलेरिया से रखें बच्चों को सुरक्षित, अपनाएँ मच्छरों से बचने के घरेलू उपाय
मानसून में मौसम तो सुहावना होता है, लेकिन साथ में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मानसून में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है और डेंगू एवं मलेरिया जैसी बीमारियाँ होती हैं। इसलिए, मानसून में इनसे ख़ुद को और बच्चों को बचाना बहुत ज़रूरी होता है। मच्छर काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी होने पर जान जाने का भी ख़तरा होता है। ऐसे में मच्छरों से बचने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं।
मानसून में बढ़ जाती है मच्छरों की संख्या
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मौसम में बदलाव और प्रदूषण बढ़ने की वजह से मानसून में मच्छरों की संख्या अन्य मौसम की अपेक्षा बहुत ज़्यादा होती है। ऐसे में मच्छरों से बच्चों का बचाव बहुत ज़रूरी होता है।
कपूर और सरसों तेल से भगाएँ मच्छर
कपूर की गंध मच्छरों को पसंद नहीं होती है, इसलिए स्टैंड में कपूर के कुछ टुकड़े डालकर जलाएँ। कपूर जलने से निकलने वाले धुएँ की वजह से कमरे में मौजूद सभी मच्छर भाग जाते हैं। इसके अलावा मच्छरों से अपने बच्चों को बचाने के लिए आप सरसों के तेल में आजवाइन का पाउडर डालकर जलाएँ। इसके धुएँ से भी मच्छर जल्दी भाग जाते हैं और आपके बच्चे मच्छर काटने से होने वाली बीमारियों से बचे रहते हैं।
प्याज़ और लहसुन के रस का स्प्रे
आप मच्छरों को घर से दूर रखने के लिए प्याज़ और लहसुन को पीसकर छान लें और उसके रस को पानी में मिलाकर किसी स्प्रे वाली बोतल में भर लें। अब इस स्प्रे को पूरे घर में छिड़कें। इसके अलावा आप इस स्प्रे का इस्तेमाल बाहर गार्डेन में बैठने वाली जगहों पर भी कर सकते हैं। स्प्रे छिड़कते ही कुछ समय बाद वहाँ से मच्छर भाग जाते हैं। मच्छरों को दूर भगाने का यह एक कारगर उपाय है।
क्रीम, लोशन और निरोधकों का इस्तेमाल
मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए क्रीम, रोल-ऑन स्टिक, वाइप्स, लोशन, मॉस्क्यूटो रेपेलेंट मशीन का इस्तेमाल करें। इससे भी बच्चों को घर के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर सुरक्षित रखा जा सकता है। इनमें से कुछ का इस्तेमाल कहीं भी किया जा सकता है। दो महीने से ज़्यादा उम्र वाले बच्चों के लिए ऐसे निरोधकों का इस्तेमाल करें, जिनमें DEET पिकारिडिन जैसे तत्व मौजूद हों। इससे मच्छर दूर रहते हैं और बच्चों पर कोई नुकसान नहीं होता है।
साफ़-सफ़ाई और मच्छरदानी का इस्तेमाल
मच्छर ज़्यादातर उन्ही जगहों पर पनपते हैं, जहाँ गंदगी होती है, इसलिए घर और बाहर दोनों जगहों पर साफ़-सफ़ाई का ख़ास ध्यान रखें। इसके अलावा बच्चों को हमेशा मच्छरदानी में सुलाएँ, जिससे मच्छरों से बचाव होगा।