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इन टिप्स को फॉलो कर अपने बच्चों की इमेजिनेशन पावर और क्रिएटिविटी को करें बूस्ट

इन टिप्स को फॉलो कर अपने बच्चों की इमेजिनेशन पावर और क्रिएटिविटी को करें बूस्ट

लेखन अंजली
Dec 24, 2020
02:37 pm

क्या है खबर?

इस बात में कोई दो राय नहीं हैं कि क्रिएटिव सोच वाले बच्चे न सिर्फ स्कूल में बेहतर प्रदर्शन करते हैं, बल्कि इससे उनकी फंक्शनल एबिलिटी भी मजबूत होती है। यही कारण है कि बच्चों की क्रिएटिव और इमेजिनेशन पावर को बेहतर बनाने की सलाह दी जाती है। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने बच्चे की क्रिएटिव और इमेजिनेशन पावर को कहीं अधिक बेहतर बना सकते हैं।

#1

ऐसा रखें घर का वातावरण

अगर हम यह कहें कि बच्चों के लिए उनका घर पहला स्कूल होता है तो शायद हम गलत नहीं होंगे क्योंकि घर से ही बच्चा काफी कुछ सीखता है। इसलिए आप यह सुनिश्चित करें कि बच्चा घर में अधिक रिलैक्स और कंफर्टेबल महसूस करे क्योंकि जब बच्चा रिलैक्स होता है, तभी वह अपनी क्रिएटिविटी और इमेजिनेशन को एक नई उड़ान दे पाता है। बेहतर होगा अगर आप उन्हें सोचने और खेलने के लिए खुला माहौल दें।

#2

बच्चों के लिए खरीदें ओपन-एंडेड खिलौने

ओपन एंडेड खिलौने ऐसे खिलौने होते हैं जिनके साथ बच्चे एक नहीं बल्कि कई तरीके से खेल सकते हैं। उदाहरण के लिए ब्लॉक, बिल्डिंग सेट, टॉय एनिमल या लेगो आदि खिलौनों को कई तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है। जब बच्चे इस तरह के खिलौनों से खेलते हैं तो इससे उनकी इमेजिनेशन और क्रिएटिविटी को प्रोत्साहन मिलता है, इसलिए बच्चों के लिए ऐसे खिलौने खरीदना बेहतर हो सकता है।

#3

स्क्रीनिंग टाइम को करें कम

इससे हमारा मतलब है कि अपने बच्चों को मॉर्डन गैजेट्स जैसे मोबाइल, लैपटॉप या टेबलेट्स आदि से दूर रखने की हरसंभव कोशिश करें क्योंकि वे अपना कीमती समय अपनी क्रिएटिविटी को विकसित करने के बजाय स्क्रीन पर उनके सामने क्या है, इसमें खर्च कर देते हैं। इसलिए बेहतर होगा अगर आप अपने बच्चे को किसी उपकरण को देखने या गेम खेलने के बजाय घर से बाहर जाकर खेलने और कुछ अलग बनाने के लिए प्रोत्साहित करें।

#4

बच्चों से पूछें सवाल

बच्चे काफी चंचल होते हैं और वे हर चीज को अलग नजरिए से देखते हैं। ऐसे में उनकी उत्सुकता को कम किए बिना अगर आप उनकी क्रिएटिविटी और इमेजिनेशन को बूस्ट करना चाहते हैं तो आप समय-समय पर उनसे कुछ सवाल पूछें, ताकि उनका एक नया नजरिया विकसित हो। उदाहरण के लिए अगर आप पेड़ों को न काटें तो इससे क्या फायदा हो सकता है या फिर पानी बचाने के लिए हमें क्या-क्या करना चाहिए जैसी बातें उन्हें बताएं।