मच्छरों के आतंक से बचना है तो घर में लगाएं इस तरह के पौधे
क्या है खबर?
मच्छर बहुत परेशानी पैदा करते हैं साथ ही यह मलेरिया जैसी कई बिमारियों को भी जन्म देते हैं।
हालांकि, लोग मच्छरों को भगाने के लिए केमिकल्स युक्त वस्तुओं का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन वे भी स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए नुकसानकारी हैं।
अगर आप प्राकृतिक रूप से मच्छरों से छुटकारा चाहते हैं तो मॉस्किटो रिप्लीयन्ट प्लांट्स को अपने घर में लगना सुनिश्चित करें जो मच्छरों से निजात दिलाने के साथ-साथ घर की सुंदरता भी बढ़ाएंगे।
#1
रोजमेरी
अपने नाम की तरह यह खूबसूरत पौधा प्राकृतिक मॉस्किटो रिप्लीयन्ट है। गर्मी के मौसम में इस नीले फूल वाले पौधे को लगाना बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
रोजमेरी का इस्तेमाल मौसमी कुकिंग के लिए भी होता है। गर्मी के दिनों में रोजमेरी के गमले को अपने गार्डन में रखें।
रोजमेरी मॉस्किटो रिप्लीयन्ट के फूलों को पीसकर उनकी चार बूंदों को एक चौथाई चम्मच जैतून के तेल के साथ मिलकर घर के कोनों में रख दें।
#2
सिट्रोनेला ग्रास
सिट्रोनेला ग्रास मच्छरों को घर से दूर भगाने वाला सबसे बेहतरीन पौधा है। इस ग्रास से निकलने वाला सिट्रोनेला ऑयल मोमबत्तियों, परफ्यूम्स, लैम्प्स आदि कई वस्तुओं को बनाने के लिए किया जाता है।
सिट्रोनेला ग्रास का ऑयल मच्छरों द्वारा फैलने वाली बीमारियों से भी बचाने में सहायक है। बस इसके लिए सिट्रोनेला ऑयल को बगीचे में जलने वाली कैंडल्स और लालटेंस में छिड़क दें।
सिट्रोनेला ग्रास स्किन के लिए भी सुरक्षित है और लंबे समय तक असरकारी भी है।
#3
गेंदा
अक्सर शुभ कार्यों में इस्तेमाल किए जाने वाले गेंदे के फूल मच्छरों को घर से भगाने में बेहद कारगर है।
गेंदें के पौधे अफ्रीकन और फ्रेंच दो तरह के होते हैं जो मॉस्किटो रिप्लीयन्ट हैं।
इस वजह से अपने गार्डन में गेंदे का पौधा जरूर लगाएं, क्योंकि इसकी सुगंध से ही मच्छरों का सफाया हो सकता है।
बस इस बात का ध्यान रखें कि गेंदे का पौधा उस जगह रखा जाए, जहां सूरज की रोशनी अच्छे से आती हो।
#4
हॉर्समिंट
हॉर्समिंट भी एक मॉस्किटो रिप्लीयन्ट पौधा है जो मच्छरों को घर से चुटकियों में दूर करता है।
यह एक बारहमासी पौधा है, जिसे किसी विशेष देखभाल की जरुरत नहीं है और इसकी गंध सिट्रोनेला ग्रास जैसी ही होती है, जिससे मच्छरों को घर से दूर रखने में मदद मिलती है।
हॉर्समिंट पौधे को गर्म मौसम में और रेतीली मिटटी में उगाया जाता है। बुखार आदि सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए भी इस पौधे का इस्तेमाल किया जा सकता है।