स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है नींबू पानी का अधिक सेवन, हो सकती हैं ये समस्याएं
क्या है खबर?
स्वास्थ्य के लिहाज से नींबू पानी का सेवन काफी लाभदायक माना जाता है क्योंकि यह न सिर्फ शरीर को ठंडक देता है बल्कि कई जरूरी पोषक तत्व भी प्रदान करने में मदद करता है।
हालांकि, ये फायदे आपको तभी मिल सकते हैं, जब आप सीमित मात्रा में नींबू पानी का सेवन करें क्योंकि इसका अधिक सेवन कई समस्याओं का सबब बन सकता है।
आइए जानते हैं कि नींबू पानी के अधिक सेवन से कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।
#1
हो सकती हैं पेट और सीने से संबंधित समस्याएं
नींबू पानी के अधिक सेवन से पेट में काफी ज्यादा एसिड हो जाता है, जिसके कारण आपको गैस, पेट दर्द और पेट में जलन जैसी कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
वहीं, इस एसिड के कारण सीने में जलन भी हो सकती है।
इसलिए यह जरूरी है कि आप नींबू पानी का सेवन सीमित करें। बेहतर होगा कि आप दिन में ज्यादा से ज्यादा एक से दो गिलास ही नींबू पानी का सेवन करें।
#2
दांतों का स्वास्थ्य हो सकता है प्रभावित
नींबू पानी का अधिक सेवन दांतों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है।
कई अध्ययन में इस बात का जिक्र मिलता है कि नींबू में सिट्रस एसिड होता है, जो अगर दांतों के संपर्क में ज्यादा आता है तो इससे दांत संवेदनशील हो जाते हैं।
वहीं, दांतों में संवेदनशीलता से दांतों में दर्द और इनके टूटने की संभावना अधिक हो सकती है।
अगर आपको अपने दांतों में संवेदनशीलता महसूस होती है तो तुरंत दंत चिकित्सक से संपर्क करें।
#3
बढ़ सकती है माइग्रेन की समस्या
विशेषज्ञों की मानें तो नींबू या अन्य खट्टे फलों के अधिक सेवन से माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है क्योंकि इनमें टायरामाइन नाम का एक खास तत्व मौजूद होता है।
यह तत्व माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकता है, इसलिए अगर किसी को पहले से ही माइग्रेस की समस्या है तो वह इसका सेवन करने से बचें।
वहीं, जिन लोगों को यह समस्या नहीं है उन्हें नींबू पानी के अधिक सेवन से तेज सिरदर्द का सामना करना पड़ सकता है।
#4
डिहाइड्रेशन की समस्या
अगर आप सीमित मात्रा में नींबू पानी का सेवन करते हैं तो इससे आपका शरीर हाइड्रेट रह सकता है।
वहीं, इसके विपरीत अगर आप नींबू पानी का अधिक सेवन कर लेते हैं तो इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
दरअसल, नींबू पानी के अधिक सेवन से बार-बार पेशाब आता रहता है, जिसके जरिए शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स और सोडिमय जैसे तत्व भी बाहर निकल जाते हैं। इनके ज्यादा निष्कासन से व्यक्ति को डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।