जानिए टीवी स्टार राम कपूर ने कैसे घटाया अपना वजन और क्या है 16/8 डाइट?
कुछ लोग अपने अंदर इस तरह के बदलाव लाते हैं, जो लोगों को हैरानी में डाल देते हैं। ऐसा ही राम कपूर का बॉडी ट्रांसफ़ॉर्मेशन भी है। टीवी स्टार राम कपूर ने पिछले दो सालों में जो कारनामा कर दिखाया है, वह सभी को हैरान कर रहा है। एक समय उनका वजन 130 किलो था और उनका लक्ष्य 45 साल की उम्र तक वजन कम करना था, जो इस साल 1 सितंबर को होगा। आइए जानें उनकी फ़िटनेस का राज।
वजन कम करने के लिए निकालना होगा समय: राम कपूर
मुंबई मिरर को दिए एक इंटरव्यू में राम कपूर ने अपनी फ़िटनेस यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "जब मैंने शुरुआत की थी, तब मैं 130 किलो का था और मैं 25-30 किलो वजन कम करना चाहता था। फिर मैंने फ़ैसला किया कि अगर मुझे अपना वजन कम करना है, तो काम से समय निकालना होगा।" उन्होंने आगे कहा, "मैंने सोचा इसमें छह महीने से एक साल तक के समय की ज़रूरत होगी और कड़ी मेहनत भी करनी होगी।"
16/8 डाइट से कम किया वजन
राम कपूर ने हाल ही में अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने बॉडी ट्रांसफ़ॉर्मेशन की एक फोटो शेयर की है, जिसमें दो सालों के दौरान की गई उनकी मेहनत साफ़-साफ़ दिख रही है। इसके लिए उन्होंने 16/8 डाइट भी फ़ॉलो किया।
राम कपूर का इंस्टाग्राम पोस्ट
आख़िर क्या है 16/8 डाइट और कैसे करता है काम
16/8 डाइट एक नॉन-रिस्ट्रिक्टिव डाइट प्लान है, जिसके अंतर्गत आपको 8 घंटे के दौरान कुछ भी खाने की आज़ादी होती है, लेकिन बाक़ी के 16 घंटों तक आपको उपवास रखना होता है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि 16 घंटे एक लंबा समय है, तो आपको बता दें यह उतना मुश्किल भी नहीं है। इस डाइट को फ़ॉलो करने के लिए आप सुबह 09:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक खाने का समय तय कर सकते हैं।
डाइट के दौरान इस तरह सेट करें खाने का समय
इस डाइट के दौरान आप एक पौष्टिक ब्रेकफास्ट, लंच और स्नैक्स ले सकते हैं। बस आपको रात को खाने से बचना होगा और रात भर उपवास रखना होगा। इसके अलावा एक दूसरा विकल्प भी है, जो पहले वाले की तुलना में आसान है। आप इस डाइट को फ़ॉलो करते समय ब्रेकफास्ट न करें और दिनभर हल्का-फुल्का स्नैक्स के साथ लंच और डिनर करें। इसी डाइट को अपनाकर कभी मोटे दिखने वाले राम कपूर आज हैंडसम हंक बन गए हैं।
क्या हैं 16/8 डाइट के लाभ?
अध्ययन के अनुसार, 16/8 घंटे की डाइट वजन घटाने की प्रक्रिया को तेज़ करता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि उपवास के दौरान कैलोरी की खपत में कटौती होती है और मेटाबॉलिज़्म भी बूस्ट होता है, जिससे वजन कम होता है। एक अन्य अध्ययन के अनुसार, इस डाइट से आपके ब्लड शुगर का स्तर सुधरता है। इंटरमिटेंट उपवास इंसुलिन प्रतिरोधक के जोखिम को 31% तक कम करता है, जिससे डायबिटीज का ख़तरा भी कम हो सकता है।
16/8 डाइट के शरीर पर प्रभाव
इस डाइट के कुछ फ़ायदे हैं, तो वहीं कुछ नुकसान भी हैं। इस डाइट को फ़ॉलो करते समय शुरुआत में कुछ समस्याओं जैसे अचानक भूख लगना, थकान और कमज़ोरी का सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि, समय के साथ आप इसके आदि हो जाएँगे। इसके अलावा इस डाइट के दौरान आपको अस्वस्थ (Unhealthy) खाने की आदत भी लग सकती है, इसलिए आठ घंटे के दौरान पौष्टिक स्नैक्स और खाना खाएँ।
परेशानी होने पर लें डॉक्टर की सलाह
वैसे तो यह डाइट आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन अगर आपको कोई समस्या है या आप किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो डाइट फ़ॉलो करने से पहले किसी डॉक्टर की सलाह ज़रूर ले लें।