जल्दी से वजन घटाना चाहते हैं तो सही तरीके से खाएँ दही, जानें इसके अन्य फ़ायदे
आज पूरी दुनिया बढ़ते वजन की समस्या से परेशान है। इसकी सबसे बड़ी वजह तेज़ी से लोगों की जीवनशैली में आया बदलाव है। वजन बढ़ने के बाद लोग घटाने के लिए न जाने क्या-क्या करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि आप केवल दही खाकर भी अपना वजन कम कर सकते हैं। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन पाया जाता है, जो सेहत के लिए भी फ़ायदेमंद है। आइए जानें दही खाने का सही तरीका और इसके अन्य फ़ायदे।
दही खाने से 61% तक कम होता है फैट
एक शोध के अनुसार, प्रतिदिन दही खाने से शरीर का 61% तक फैट कम हो सकता है। इसके साथ ही जो लोग सही के साथ लो कैलोरी, नो प्रोटीन और कैल्शियम डाइट लेते हैं, वह 22% तक फैट घटा पते हैं।
दही खाने से ऐसे घटता है वजन
अमेरिकन डाइटेटिक एसोसिएशन के अनुसार, दही फैट बर्न करने में मदद करती है। दरअसल, दही में कैल्शियम की ज़्यादा मात्रा पाई जाती है, जो वजन कम करने में मदद करती है। यह न केवल वजन घटाने में मदद करती है, बल्कि आपको स्वस्थ भी रखती है। साथ ही इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन तंत्र की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं। इसके अलावा यह शरीर में अच्छे बैक्टीरिया का स्तर बढ़ाकर मेटाबॉलिज़्म बूस्ट करती है, जिससे वजन कम होता है।
दही खाने का सही तरीका
वजन घटाने के लिए दही में शहद, बीज, नट्स, अनाज, फल आदि मिलाकर सीमित मात्रा में खाएँ। प्रतिदिन 3 सर्विंग प्लेन, फैट फ़्री और बिना पका दही खाएँ। इसके अलावा वजन घटाने के लिए नाश्ते, स्नैक्स, लंच में इसका सेवन कर सकते हैं।
भूलकर भी इस समय न खाएँ दही
रात में भूलकर भी दही का सेवन न करें, क्योंकि इस समय दही का सेवन हानिकारक होता है। आयुर्वेद के अनुसार, रात में दही खाने से सर्दी-जुकाम और खाँसी की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा रात में सही खाने से शरीर में म्यूकस फ़ार्मेशन भी होता है। साथ ही ख़ाली पेट भी दही का सेवन हानिकारक होता है। इससे पेट में एसिड बनता है। दही खाने का सबसे सही समय लंच के 1-2 घंटे बाद है।
दही खाने के अन्य फ़ायदे
गैस की समस्या में दही किसी वरदान से कम नहीं है। इससे शरीर का PH संतुलन में रहता है और पेट की गर्मी भी शांत होती है। दही खाने से पाचन शक्ति भी बेहतर होती है। खाने में दही का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल कम बनता है और दिल की नलियों का ब्लॉकेज भी खुल जाता है। विटामिन C और D का अच्छा स्त्रोत होने की वजह से इसके सेवन से हड्डियाँ और दाँत भी मज़बूत बनते हैं।