थायराइड को नियंत्रित करने के लिए दवाओं की जगह इस्तेमाल करें ये देसी नुस्ख़े
थायराइड आज के समय में एक आम समस्या बन गई है। एक शोध के अनुसार, लगभग 4 करोड़ भारतीयों में अलग-अलग तरह के थायराइड पाए जा चुके हैं। थायराइड की समस्या ज़्यादातर महिलाओं में देखने को मिलती है। तेज़ी से मोटापा बढ़ने की एक वजह थायराइड ही है। कई लोग इसे नियंत्रित करने के लिए दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन कुछ देसी नुस्ख़ों को अपनाकर भी थायराइड को नियंत्रित किया जा सकता है। आइए जानें।
मुलेठी और अश्वगंधा से करें थायराइड नियंत्रित
मुलेठी में ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरिथेनिक एसिड पाया जाता है, जो थायराइड कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। इसके साथ ही थायराइड और दूसरी अन्य ग्रंथियों में संतुलन स्थापित करके कमज़ोरी कम करके ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है। अश्वगंधा में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो थायराइड ग्रंथि को प्रभावित करके सही मात्रा में हार्मोन का उत्पादन करते हैं। इसके साथ ही इसके इंफ़्लेमेटरी गुण तनाव कम करके प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करते हैं।
अदरक और बाकोपा भी हैं थायराइड में फ़ायदेमंद
अदरक का इस्तेमाल लगभग हर भारतीय रसोई में खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। अदरक में पोटैशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है, जो थायराइड के लिए ज़रूरी है। इसमें मौजूद खनिज शरीर की सूजन भी कम करते हैं। अदरक उल्टी और जी मचलाने जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाता है। बाकोपा एक जड़ी-बूटी है, जिसके नियमित सेवन से थायराइड ग्रंथि को आसानी से संतुलित किया जा सकता है।
दही से करें थायराइड नियंत्रित
गर्मियों के दिनों में दही किसी वरदान से कम नहीं है। इसके सेवन से पेट संबंधी कई समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। दही के सेवन से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके साथ ही इससे थायराइड की समस्या भी नियंत्रित रहती है।
काले अखरोट और अलसी के बीज
थायराइड ग्रंथि के स्वस्थ तरीके से काम करने के लिए आयोडीन बहुत ही ज़रूरी होता है। आयोडीन की कमी से थायराइड की समस्या बढ़ जाती है। काले अखरोट को आयोडीन का अच्छा स्त्रोत माना जाता है, इसलिए नियमित इसका सेवन करें। अलसी के बीज में फैटी एसिड, ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो थायराइड में फ़ायदेमंद हैं। अलसी के बीज का सेवन करने से थायराइड हार्मोन के उत्पादन में सुधार होता है।
मशरूम, अंडे और नट्स का सेवन
मशरूम और अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इनके सेवन से बेहतर स्वास्थ्य पाया जा सकता है। इनमे सेलेनियम नाम का तत्व पाया जाता है, जो थायराइड को नियंत्रित करता है। इसके अलावा नट्स भी सेहत के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद होते हैं। नियमित नट्स के सेवन से व्यक्ति कई बीमारियों से दूर रहता है। इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्व थायराइड से होने वाले हार्ट अटैक के ख़तरे को कम करते हैं।