भारत में मिलते हैं 12 किस्मों के आम, जानें क्या हैं इनके नाम
क्या है खबर?
भारत में कई मशहूर फलों की किस्में पाई जाती हैं। इसी सूची में फलों के राजा कहे जाने वाला आम भी शामिल है।
अलग-अलग नामों से मिलने वाले इन आमों की बनावट से लेकर स्वाद तक में काफी अंतर होता है। आम के साथ एक और मजेदार बात यह है कि सभी लोगों की आम को लेकर अपनी-अपनी पसंद होती है।
आइये फिर जानते है आम की कुछ खास किस्मों के बारे में।
#1, #2
मालदा आम और चौसा आम
मालदा आम का नाम पश्चिम बंगाल के जिले मालदा के नाम पर पड़ा है। विदेशों तक में इस आम की मांग है इसलिए इसका निर्यात ज्यादा किया जाता है।
वहीं सबसे लोकप्रिय आम की किस्मो में से एक चौसा आम हरे और पीले रंग का होता है और इसका स्वाद भूले भी भुलाया नहीं जा सकता। यह आम आमतौर पर गर्मी मौसम के अंत और बारिश के मौसम की शुरूआत में बाजारों में उपलब्ध होता है।
#3, #4
दशहरी आम और हापुस आम
भारत के उत्तरी भागों में उगाया जाने वाला दशहरी आम अपने रसीले स्वाद के लिए मशहूर है। इस आम की खेती मुख्य तौर पर उत्तर प्रदेश के गांवों जैसे काकोरी, नन्दी फिरोजपुर, मलिहाबाद जैसी जगहों पर ज्यादा की जाती है।
वहीं हापुस आम को अलफांसो के नाम से भी जाना जाता है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी काफी मांग है। इसे मुख्य रूप से महाराष्ट्र के रत्नागिरी, देवगढ़ और रायगढ़ जिलों में उगाया जाता है।
#5, #6
लंगड़ा आम और केसर आम
अब बारी आती है लंगड़ा आम की जो देश में काफी ज्यादा मशहूर है। इस आम की भी सबसे ज्यादा पैदावार उत्तर प्रदेश में की जाती है।
इसके बाद अगर केसर आम की विशेषताओं पर गौर फरमाया जाए तो केसर आम का नाम केसर इसलिए पड़ा क्योंकि इसमें केसर जैसी खुशबू आती है। इसकी खेती गिर अभयारण्य के आसपास के इलाकों में की जाती है। केसर आम ज्यादातर गुजरात के अमरेली और जूनागढ़ जिलों में उगाया जाता है।
#7, #8
हिमसागर आम और बादामी आम
हिमसागर आम का नाता बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से है और यह दिखने में पीले और हरे रंग का मध्यम आकार का आम है। यह आम बहुत ही कम समय के लिए यानी मई से जून तक ही पाया जाता है।
वहीं बादामी आम को कर्नाटक का अलफान्सो भी कहा जाता है क्योंकि यह आम अपनी ताजगी के लिए जाना जाता है। इसी आम के गूदे से जूस बनाने वाली कंपनियां आम का रस तैयार करती हैं।
#9, #10
तोतापुरी आम और बंगनपल्ली आम
अब बात करते हैं बंगनपल्ली आम की जिसको आप सफेदा, बेनीशान या बंगनपल्ली आम के नाम से भी जानते हैं। पीले रंग का यह आम स्वाद में लाजवाब होता है। इसका उत्पादन मुख्य तौर पर आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में किया जाता है।
वहीं तोतापुरी आम तोते के रंग और आकार जैसा होता है। इस आम को अचार और सलाद के रूप में ज्यादा पसंद किया जाता है।
#11, #12
पायरी आम और मल्लिका आम
अगर आप सोच रहे हैं कि आम की किस्में यहीं तक सीमित है, तो आप गलत हैं क्योंकि पायरी आम और मल्लिका आम भी इसी सूची में शामिल हैं।
जहां पायरी आम से आम के सीजन की शुरूआत होती है। वहीं अपने असाधारण मीठे स्वाद के लिए मशहूर मल्लिका आम दशहेरी और नीलम की एक नंबर किस्म है। यह जून से जुलाई के बीच बाजार में उपलब्ध होता है।