परांठा या पूरी: कौन-सी रोटी है सेहतमंद?
क्या है खबर?
खाने में परांठा और पूरी का खास स्थान है। दोनों ही स्वादिष्ट होते हैं और हर किसी को पसंद आते हैं।
जब सेहत की बात आती है तो सवाल उठता है कि इनमें से कौन-सा विकल्प बेहतर है।
इस लेख में हम इन दोनों के पोषण तत्वों और स्वास्थ्य पर उनके प्रभाव को समझने की कोशिश करेंगे ताकि आप सही चुनाव कर सकें और भोजन को सेहतमंद बना सकें।
इससे आप रोजमर्रा के खाने में सही विकल्प चुन पाएंगे।
परांठे
परांठे का पोषण मूल्य
परांठा गेहूं के आटे से बनता है और इसे तवे पर तेल या घी में सेंका जाता है। इसमें फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स और कुछ मात्रा में प्रोटीन होता है।
अगर आप इसे कम तेल में बनाते हैं तो यह एक संतुलित भोजन हो सकता है। सब्जियों या दालों के साथ खाया जाए तो यह पोषण को बढ़ाता है।
हालांकि, ज्यादा तेल का उपयोग करने से इसकी कैलोरी बढ़ जाती हैं, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकती हैं।
पूरी
पूरी का पोषण मूल्य
पूरी मैदे या गेहूं के आटे से बनाई जाती है और इसे तलकर तैयार किया जाता है। तलने की वजह से इसमें चर्बी की मात्रा अधिक होती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
कभी-कभी खाने में कोई बुराई नहीं होती है, लेकिन नियमित रूप से इसका सेवन करना आपके वजन और कोलेस्ट्रॉल स्तर को प्रभावित कर सकता है।
पूरी का स्वाद लाजवाब होता है, लेकिन इसे विशेष अवसरों तक सीमित रखना बेहतर होगा।
#3
परांठे या पूरी में से किसे चुनें?
अगर आप रोजमर्रा के खाने के लिए सोच रहे हैं तो परांठा एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
इसे कम तेल में बनाया जा सकता है, जिससे यह हल्का और सेहतमंद रहता है। सब्जियों या दालों के साथ खाएं तो पोषण बढ़ जाता है।
दूसरी ओर पूरी को विशेष अवसरों तक सीमित रखना ही बेहतर होता है क्योंकि इसका तलना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता और वजन बढ़ा सकता है।
#4
स्वस्थ विकल्प कैसे अपनाएं?
अगर आप अपने भोजन को अधिक पौष्टिक बनाना चाहते हैं तो मल्टीग्रेन आटा इस्तेमाल करें और सब्जियों को भरकर पराठे बनाएं।
इससे आपको फाइबर मिलेगा, जो पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता हैं, वहीं पूरियों की जगह बेक्ड स्नैक्स आजमाएं, जो कम चर्बी वाले होते हैं और स्वादिष्ट भी लगते हैं।
इस प्रकार सही जानकारी लेकर आप अपने भोजन को न केवल स्वादिष्ट बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भी बना सकते हैं।