भीड़ की भगदड़ से कैसे बचें? आयोजकों को अपनाने चाहिए ये तरीके
हाल ही में उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के फुलराई गांव के पास नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के एक सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 123 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। इसी तरह पिछले साल वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में मची भगदड़ से 2 लोगों की मौत हो गई थी। ऐसी घटना से खुद को सुरक्षित रखने के लिए क्या करना चाहिए? आइए जानते हैं।
प्रवेश और निकासी के अलग-अलग रास्ते बनाएं
भगदड़ से बचने के लिए भीड़ को नियंत्रित करना जरूरी है। इसके लिए आयोजकों को लोगों की आवाजाही के लिए प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग रास्ते बनाने चाहिए। इसके अलावा लोगों के मार्गदर्शन के लिए कुछ चिह्न बनाने चाहिए। साथ ही लोगों के व्यवहार पर नजर रखने और ज्यादा लोग बढ़ने से रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए। अगर आपको कहीं ज्यादा भीड़ दिखे तो सबसे अच्छा यही है कि आप उस तरफ जाए ही ना।
प्रवेश टिकट रखें
भगदड़ का मुख्य कारण अधिक भीड़ होना है। इससे बचने के लिए लोगों की संख्या आयोजन स्थल की क्षमता के अंदर होनी चाहिए। लाभ के लिए आप कार्यक्रम से पहले टिकट बिक्री और लोगों के प्रवेश पर निगरानी रखने से लोगों की संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है। सबसे अच्छा यह होगा कि आयोजक अपने कार्यक्रम स्थल की क्षमता के हिसाब से लोगों की संख्या आधी रखें ताकि भीड़ होने की गुंजाइश ही न हो।
स्पष्ट संवाद होना है जरूरी
कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के साथ स्पष्ट और लगातार संचार करना महत्वपूर्ण है। निकास, आपातकालीन प्रक्रियाओं और कार्यक्रम से जुड़ी गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए जानकारी कक्ष, डिजिटल स्क्रीन और साइनेज का इस्तेमाल करें। वहीं आपातकालीन स्थिति में लोगों में घबराहट बढ़ने से रोकने के लिए शांतिपूर्वक और स्पष्ट निर्देश प्रदान करें। साथ ही लोगों को एक साथ खड़े या बैठने को बोलें।
कर्मचारियों को प्रशिक्षित करें
कार्यक्रम के कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित करें। उनके साथ लगातार संपर्क बनाए रखें और सुनिश्चित करें कि आपातकालीन स्थिति के दौरान हर कोई अपनी भूमिका जानता हो। इसके अतिरिक्त आयोजन के दौरान कर्मचारियों के साथ किसी भी उपकरण के जरिए बातचीत करते रहें और उन्हें चौंकना रहने के लिए बार-बार कहते रहें।
आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार करें
अगर आपके किसी कार्यक्रम में ज्यादा लोग आने वाले हैं तो उससे पहले एक आपातकालीन योजना बनाएं। इस योजना में भीड़ नियंत्रण, चिकित्सा आपात स्थिति और निकासी प्रक्रियाओं के लिए सारे इंतजाम शामिल होने चाहिए। इसके अतिरिक्त यह भी सुनिश्चित करें कि आयोजन स्थल पर पर्याप्त चिकित्सा कर्मी और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र हों। साथ ही तय जगह पर आपातकालीन निकास चिह्न और बाहर निकलने का रास्ता सरल होना चाहिए।