गार्डनिंग के जरिए आप अपने बच्चों को सिखा सकते हैं जिंदगी से जुड़े ये सबक
क्या है खबर?
आमतौर पर माता-पिता सोचते हैं कि गार्डनिंग से उनके बच्चों के हाथ खराब हो जाएंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर बच्चे कम उम्र में ही गार्डनिंग करने लग जाते हैं तो इससे वह जीवन से जुड़े कई सबक खुद-ब-खुद सीख सकते हैं।
अगर आप इस बात से वाकिफ नहीं तो चलिए फिर आज हम आपको इसी के बारे में बताते हैं ताकि आप अपने बच्चों को गार्डनिंग करने से कभी न रोकें।
#1
शॉर्टकट से नहीं मिलती सफलता
जब बच्चे कोई पौधा खुद उगाते हैं तो उसके लिए उन्हें कठिन परिश्रम करना पड़ात है और उसकी पूरी देखभाल करनी होती है, जिसमें बीज बोने से लेकर उन्हें पानी देना और समय-समय पर खाद आदि डालना आदि शामिल है।
इस चीज से बच्चे इस बात को बेहद ही अच्छे से समझ सकते हैं कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता और वे सीख सकते हैं कि 'परिश्रम ही सफलता की पूंजी है।'
#2
संयम रखना है जरूरी
सफलता वास्तव में कठिन परिश्रम और धैर्य का ही फल होती है और जीवन से जुड़ा यह सबक भी बच्चे गार्डनिंग से सीख सकते हैं।
उदाहरण के लिए जब बच्चे कोई पौधा उगाने के लिए बीज बोते हैं तो उसे बढ़ने में समय लगता है। वह चाहकर भी पौधे को जल्दी बड़ा नहीं कर सकते। ऐसे में वे इस बात को समझ सकतें हैं कि जीवन में कुछ पाने के लिए संयम रखना बेहद जरूरी है।
#3
छोटी-छोटी खुशियों से जीवन बनता है सफल
छोटी-छोटी खुशियां ही जीवन में रंग भरने का काम करती हैं और जीवन का यह सबक भी बच्चे गार्डनिंग के जरिए सीख सकते हैं।
उदाहरण के लिए जब बच्चे पौधा उगाते हैं और उसमें पहली कली खिलती है तो उन्हें एक अजब-सी खुशी का अहसास होता है, जिससे आप और हम शायद महसूस न कर पाएं, लेकिन बच्चों के चेहरे पर उसकी खुशी देखी जा सकती है।
इससे बच्चे सीखते हैं कि जीवन में छोटी खुशियों को खुलकर जीना चाहिए।
#4
बढ़ता है आत्मविश्वास
शायद आप इस बात से वाकिफ न हों, लेकिन गार्डनिंग के जरिए बच्चे आत्मविश्वासी बनकर सफलता पा सकते हैं।
उदाहरण के लिए जब बच्चे कोई पौधा उगाने के लिए बीज बोते हैं तो वे अपने मन में इस बात को लेकर चलते हैं कि उनका पौधा जरूर उगेगा। इस तरह से उनको अपने द्वारा किए जाने वाले काम के प्रति विश्वास होने लगता है।
इसलिए अपने बच्चों को गार्डनिंग करने से कभी न रोकें।