सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है आलू, डाइट में जरूर करें शामिल
आलू सबसे आम सब्जियों में से एक है और इस वजह से कई लोग इसके गुणों को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन आपको बता दें कि आलू कई सामान्य शारीरिक समस्याओं से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव में भी मदद कर सकता है। आज हम आपको आलू के कुछ ऐसे ही फायदे बताने जा रहे हैं जिनके बारे में जानकर आप इसको अपनी डाइट में शामिल करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। चलिए फिर जानते हैं।
हृदय को सुरक्षा प्रदान करता है आलू
खाने में आलू का इस्तेमाल करने से हृदय को स्वस्थ रखने में काफी मदद मिल सकती है क्योंकि यह लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन-कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। यह शरीर को नुकसान पहुंचाने वाला कोलेस्ट्रॉल होता है जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। इसके अलावा आलू का इस्तेमाल करने से अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन-कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है। यह हृदय के लिए लाभकारी हो सकता है।
ब्लड प्रेशर को बेहतर तरीके से संचालित करने में कारगर है आलू
बिगड़ती जीवनशैली और गलत खान-पान की वजह से कई लोग ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना कर रहे हैं। लेकिन अगर डाइट में आलू को शामिल कर लिया जाए तो इस समस्या से राहत पाई जा सकती है। दरअसल, आलू में एक विशेष प्रकार का एल्केलाइड नामक तत्व मौजूद होता है जो ब्लड प्रेशर को सही ढंग से संचालित करने में मदद करता है। इसलिए अपनी डाइट में आलू जरूर शामिल करें।
कैंसर के जोखिम को कम करने में भी कारगर है आलू
कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के जोखिमों से राहत देने में भी आलू का सेवन काफी हद तक लाभकारी सिद्ध हो सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, आलू में एंटीट्यूमर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण देखे गए हैं। साथ ही इस पर किए गए प्रयोग में यह भी पाया गया कि आलू में पाए जाने वाले ये खास गुण महिलाओं में होने वाले ब्रेस्ट कैंसर के प्रभाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
हड्डियों के लिए भी लाभकारी होता है आलू
इस बात से तो आप भली-भांति वाकिफ होंगे कि हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन काफी अहम पोषक तत्व माने जाते हैं। ऐसे में इन तीनों पोषक तत्वों से भरपूर आलू हड्डियों को मजबूत बनाकर उन्हें लाभ पहुंचा सकता है। आलू में कॉपर की मात्रा भी पाई जाती है जो हड्डियों, कनेक्टिव टिश्यू और मांसपेशियों के लिए जरूरी होता है। इसके अलावा यह बुढ़ापे के कारण हड्डियों को होने वाले नुकसान से बचाने में भी सहायक है।