क्या है इलेक्ट्रिक मसल्स स्टिमुलेशन (EMS)? जानिए इस वर्कआउट की महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
इलेक्ट्रिक मसल्स स्टिमुलेशन (EMS) वर्कआउट कमजोर या ऐंठन का अनुभव कर रही मांसपेशियों को उत्तेजना देने में सहायक है। यह डीप बैक मसल्स के साथ-साथ शरीर के सभी मांसपेशियों को 95 प्रतिशत तक एक्टिव करता है।
कई मशहूर हस्तियों के बीच यह एक्सरसाइज काफी लोकप्रिय है। यह बहुत कम समय तक और हफ्ते में सिर्फ एक बार ही की जाती है।
आइए आज हम आपको इस वर्कआउट के बारे में विस्तार से बताते हैं।
सूट
इलेक्ट्रोड लगे सूट पहनकर होती है एक्सरराइज
EMS एक्सरसाइज करने के लिए एक खास सूट पहनते हैं, जिसमें कई इलेक्ट्रोड होते हैं।
कुछ EMS स्टूडियो में इस सूट के वायरलेस होते हैं, लेकिन ज्यादातर में इलेक्ट्रोड मशीन से जुड़े होते हैं।
एक्सरसाइज को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन मेडिकल कंडीशन में इस एक्सरसाइज को नहीं करना चाहिए।
ऐसा इसलिए क्योंकि जब कोई व्यक्ति इस सूट को पहनकर एक्सरसाइज करता है तो उसके मांसपेशियों को थोड़े और हल्के बिजली के झटके जैसा महसूस होता है।
समय
EMS एक्सरसाइज करने के लिए 20 मिनट पर्याप्त
EMS वर्कआउट महज 15 से 20 मिनट तक कर आप इसका पूरा फायदा उठा सकते हैं।
कई शोधकर्ताओं का मानना है कि केवल 20 मिनट की EMS एक्सरसाइज करने से 90 मिनट की इंटेंस एक्सरसाइज करने का लाभ मिल सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर नियमित रूप से स्क्वैट्स और लंग्स की एक्सरसाइज की जाए तो भी हफ्ते में एक बार 20 मिनट तक की जाने वाली EMS वर्कआउट ज्यादा प्रभावी है।
सलाह
एक्सपर्ट की निगरानी में ही करें यह एक्सरसाइज
EMS वर्कआउट सिर्फ उन स्टूडियो में ही किया जा सकता है जो खास इसके लिए ही डिजाइन किए गिए हैं।
इसके अलावा सुरक्षा को देखते हुए इसे EMS एक्सपर्ट ट्रेनर के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए।
EMS मशीनें आसानी से ऑनलाइन भी मिल जाती हैं, जिन्हें घर पर रखकर इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन कोई चोट या अनहोनी से बचने के लिए इसे स्टूडियो में एक्सपर्ट के साथ ही करना चाहिए।
फायदे
EMS वर्कआउट से जल्दी बढ़ती है ताकत
एप्लाइड फिजियोलॉजी के यूरोपीय जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि EMS स्वस्थ लोगों और एथलीट दोनों में ज्यादा ताकत बढ़ाने के लिए कारगर है।
बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि EMS एक्सरसाइज फिट रहने का एक अच्छा तरीका है।
हालांकि, गर्भवती महिलाएं और जिनके पास पेसमेकर है या किसी दूसरी बीमारी से जूझ रहे हैं तो उन्हें इस एक्सरसाइज को करने से बचना चाहिए।