छोटे बच्चों को घमौरियों से राहत दिलाने में कारगर हैं ये घरेलू नुस्खे
गर्मियों में छोटे बच्चों को घमौरियों की समस्या होना आम है क्योंकि उनकी पसीने की ग्रंथियां अभी विकसित हो रही होती हैं। ऐसे में जब बच्चों को गर्मी लगती है और पसीना आता है तो यह रोमछिद्रों से बाहर निकलने की बजाय त्वचा में ही फंस जाता है। इस कारण बच्चों को घमौरियां हो जाती हैं। बच्चों को इस समस्या से राहत दिलाने में कुछ घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं। आइए ऐसे ही कुछ नुस्खे जानते हैं।
बर्फ के टुकड़ों का करें इस्तेमाल
अगर आपके बच्चे को घमौरियां हो गई हैं तो आप इनसे राहत दिलाने के लिए बर्फ के टुकड़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक सूती कपड़े में बर्फ का एक टुकड़ा लपेटें और इसे घमौरियों से प्रभावित त्वचा पर हल्के हाथों से एक से दो मिनट तक मलें। इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार दोहराएं। इससे बच्चे को घमौरियों से राहत मिलने के साथ-साथ ठंडक भी महसूस होगी।
खीरा आएगा काम
खीरे में कूलिंग इफेक्ट के साथ-साथ हाइड्रेटिंग गुण भी मौजूद होते हैं, इसलिए इसके इस्तेमाल से छोटे बच्चे की घमौरियां कुछ ही दिनों में दूर हो सकती हैं। राहत के लिए सबसे पहले आवश्यकतानुसार खीरे को छील कर मिक्सी में बारीक पीस लें। इसके बाद खीरे के पेस्ट को बच्चे की घमौरियों वाली जगह पर लगाकर कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। अंत में एक तौलिये से बच्चे की त्वचा से खीरे को साफ कर दें।
टी ट्री ऑयल से मिलेगी राहत
टी ट्री ऑयल एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध होता है जो बच्चे को घमौरियों से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए सबसे पहले एक बड़ी चम्मच नारियल के तेल में कुछ बूंद टी ट्री ऑयल मिलाएं। अब इस मिश्रण को बच्चे की घमौरियों से प्रभावित त्वचा पर लगाएं और उसकी कुछ मिनट हल्के हाथों से मालिश करें। ऐसा करने से बच्चे को घमौरियों से जल्द राहत मिलेगी।
मुल्तानी मिट्टी भी है कारगर
मुल्तानी मिट्टी में एंटी-सेप्टिक और हीलिंग प्रभाव मौजूद होते हैं जो बच्चों को घमौरियों से छुटकारा दिला सकते हैं। इसके लिए एक कटोरी में पांच चम्मच पिसी हुई मुल्तानी मिट्टी और गुलाब जल की कुछ बूंदें मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें और फिर इस पेस्ट को बच्चे की घमौरियों से प्रभावित त्वचा पर लगाएं। इस पेस्ट को घमौरियों पर दिन में सिर्फ एक बार लगाएं। कुछ दिन तक ऐसा करने से बच्चे को जल्द राहत मिलेगी।