खीरे के जूस का रोजाना करें सेवन, स्वास्थ्य को मिलेंगे ये फायदे
क्या है खबर?
पौष्टिक सब्जियों की सूची में शुमार खीरे का आमतौर पर सलाद में प्रयोग किया जाता है। वहीं सेहत के प्रति सजग लोग इसके जूस का भी सेवन करते हैं क्योंकि इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने में काफी मदद कर सकते हैं।
चलिए आज हम आपको बताते हैं कि रोजाना खीरे के एक गिलास जूस का सेवन करने से आपको क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
#1
कैंसर से बचाव करने में सहायक है खीरे का जूस
रोजाना खीरे के जूस का एक गिलास सेवन कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाकर रखने में काफी मदद कर सकता है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, खीरे के जूस में एंटी-कैंसर प्रभाव पाया जाता है जो कैंसर से बचाव में फायदेमंद हो सकता है।
हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि खीरे का जूस कैंसर का उपचार नहीं है, इसलिए इस बीमारी के लिए डॉक्टरी उपचार को प्राथमिकता देना जरूरी है।
#2
मुंह की बदबू को करता है दूर
मुंह की बदबू को दूर करने के लिए भी डाइट में खीरे के जूस को शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
एक शोध के मुताबिक, खीरे के जूस में फोटोकेमिकल्स नामक एक खास तरह का तत्व पाया जाता है जो मुंह की बदबू का कारण बनने वाले कीटाणुओं को खत्म कर बदबू की समस्या से राहत दिला सकता है।
रोजाना खीरे के जूस का सेवन करने के साथ-साथ अपने दांतों को दो बार ब्रश भी करें।
#3
वजन नियंत्रित रखने में भी है सहायक
आप बढ़ते वजन की चपेट में आने से बचना चाहते हैं तो आपके लिए अपनी डाइट में एक गिलास खीरे के जूस को शामिल करना एक अच्छा विचार सिद्ध हो सकता है।
एक शोध के अनुसार, खीरे के जूस में कैलोरी कम और पानी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यह बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।
वहीं इसमें मौजूद विटामिन-सी शरीर में फैट ऑक्सीडेशन को बढ़ाता है जिससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
#4
पाचन शक्ति को बढ़ाने में करता है मदद
व्यस्तता भरी जिंदगी के कारण लोग अपने खान-पान पर ध्यान नहीं देते जिसके कारण उन्हें अक्सर पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इन समस्याओं से राहत पाने के लिए खीरे के जूस का सेवन करना लाभदायक हो सकता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पाचन क्रिया पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
यही नहीं, खीरे के जूस के सेवन से अल्सर, गैस्ट्रिक और पाचन क्रिया से संबंधित समस्याओं से भी बचाव हो सकता है।