फंगल इंफेक्शन से परेशान हैं तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, जल्द मिलेगी राहत
फंगल इंफेक्शन एक ऐसा संक्रमण है, जो उंगलियों के बीच में, सिर पर, मुंह में या शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है और अगर समय रहते इस समस्या का उपचार न किया जाए तो समस्या बढ़ सकती है और फंगल इंफेक्शन अधिक जगह में फैल सकता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको प्राकृतिक रूप से इस समस्या से राहत दिला सकते हैं।
लहसुन का करें इस्तेमाल
फंगल इंफेक्शन से तुरंत राहत दिलाने में लहसुन का इस्तेमाल करना फायदेमंद सिद्ध हो सकता है क्योंकि इसमें एंटी-फंगल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से आराम दिलाने में मदद कर सकते हैं। बस दो-तीन लहसुन की कलियों को कद्दूकस करके दो चम्मच नारियल के तेल में मिलाएं, फिर इस मिश्रण को चार-पांच मिनट के लिए गर्म करें। इसके बाद मिश्रण को एक कटोरी में छानकर ठंडा करें और संक्रमित जगह पर मिश्रण को लगाकर छोड़ दें।
टी ट्री ऑयल आएगा काम
टी ट्री ऑयल भी एंटी-फंगल और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से समृद्ध माना जाता है और ये फंगल इंफेक्शन से जल्द राहत दे सकता है। फंगल इंफेक्शन से राहत पाने के लिए सबसे पहले किसी साफ सूती कपड़े या रुई से प्रभावित त्वचा को सूखा लें, फिर एक बड़ी चम्मच नारियल तेल में टी ट्री ऑयल की दो-तीन बूंदें मिलाएं। अब इस मिश्रण को संक्रमित त्वचा पर लगाकर छोड़ दें। रोजाना इस उपाय का एक-दो बार दोहराएं।
एलोवेरा का इस्तेमाल भी है लाभदायक
एलोवेरा से फंगल इंफेक्शन का घरेलू उपचार करना भी एक प्रभावी तरीका हो सकता है क्योंकि इसमें एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो फंगल इंफेक्शन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए सबसे पहले ताजे एलोवेरा जेल को संक्रमित क्षेत्र पर लगाएं, फिर 20 से 30 मिनट के बाद त्वचा को साफ पानी से धोकर तौलिये की मदद से सुखा लें। इससे जल्द ही समस्या से राहत मिल सकती है।
नीम का इस्तेमाल भी दिला सकता है राहत
नीम कई तरह की त्वचा संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक माना जाता है और इस सूची में फंगल इंफेक्शन की समस्या भी शामिल है। यह त्वचा, पैरों के नाखून और बालों को प्रभावित करने वाले फंगल इंफेक्शन को खत्म करने में मदद कर सकता है। इसके लिए बस फंगल इंफेक्शन वाले हिस्से पर नीम के तेल की कुछ बूंदें लगाएं। अगर तेल न हो तो नीम की पत्तियों को पीसकर समस्या से प्रभावित हिस्से पर लगाएं।