चंद्रयान-3 में महिलाओं की कितनी भागेदारी रही?
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने शुक्रवार दोपहर 2:35 बजे चंद्रयान-3 लॉन्च कर दिया।
इससे पहले 2019 में ISRO ने चंद्रयान-2 लॉन्च किया था, लेकिन उस समय चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं हो सकी थी।
अब हर कोई उम्मीद कर रहा है कि ISRO चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग कराने में कामयाब होगा।
इस मिशन का नेतृत्व पुरुषों द्वारा किया गया है, लेकिन इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी काम किया है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
अहम भूमिका
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग में पुरुष निभा रहे अहम भूमिका
चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 मिशन के बीच सबसे स्पष्ट अंतर दोनों चंद्र मिशनों का नेतृत्व करने वाले लोगों का लिंग है।
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग में पुरुष अहम भूमिका में हैं। इस मिशन के निदेशक मोहन कुमार हैं, रॉकेट निदेशक बीजू सी थॉमस हैं और अंतरिक्ष यान निदेशक डॉ पी वीरमुथुवेल हैं।
इससे पहले चंद्रयान-2 मिशन में परियोजना निदेशक एम वनिता और मिशन निर्देशक ऋतु करिधल श्रीवास्तव नामक 2 महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई थी।
बयान
चंद्रयान-3 में लगभग 54 महिलाओं ने निभाईं अहम जिम्मेदारियां
ISRO के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर IANS को बताया कि भले ही चंद्रयान-3 मिशन का नेतृत्व पुरुषों द्वारा किया गया है, लेकिन इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने बड़े-बड़े पदों पर काम किया है।
उन्होंने कहा, "इस मिशन में काम करने वालों में लगभग 54 महिला इंजीनियर और वैज्ञानिक हैं। वे विभिन्न केंद्रों पर काम करने वाली विभिन्न प्रणालियों में सहयोगी, उप परियोजना निदेशक और परियोजना प्रबंधक हैं।"
जानकारी
मिशन के दौरान दिखने वाली महिला कौन है?
ISRO के इस मिशन में एकमात्र महिला, जो लोगों के सामने दिखाई दे रही हैं, वह पी माधुरी हैं। माधुरी श्रीहरिकोटा रॉकेट बंदरगाह की एक अधिकारी हैं और रॉकेट लॉन्च के दौरान कमेंटेटर रही।
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3 के लॉन्च पर दुनिया की नजर
चंद्रयान-3 आज यानि 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा से लॉन्च किया गया है।
इस मिशन के लिए लगभग 615 करोड़ रुपये का बजट आवंटित हुआ है। ISRO के अनुसार, इसमें से अनुमानित लॉन्चिंग लागत लगभग 75 करोड़ रुपये है।
चंद्रयान-3 सफल रहता है तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश होगा। यही वजह है कि देश ही नहीं, दुनियाभर की निगाहें इस मिशन पर हैं।