यात्रा के शौकीन लोगों के बीच छा रहा कूलकेशन ट्रेंड, जानिए अर्थ और इससे प्रेरित स्थान
इस साल गर्मी ने दुनियाभर में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जिसके चलते लोग केवल ठंडी जगहों पर घूमना पसंद कर रहे हैं। इसी बीच जलवायु परिवर्तन के कारण यात्रा का एक नया ट्रेंड प्रसिद्ध हो रहा है, जिसे कूलकेशन कहते हैं। यह शब्द कूल यानि ठंडा और वेकेशन यानि घूमने को मिलाकर बनाया गया है। इसके मुताबिक, अब लोगों को समुद्र तट या गर्म जगहों पर जाने से ज्यादा पहाड़ी इलाके पसंद आ रहे हैं।
आखिर क्या होता है कूलकेशन?
बढ़ती गर्मी से राहत पाने के लिए दुनियाभर में लोग पहाड़ी इलाकों का रुख कर रहे हैं। ऐसा करके वे गर्मी की लहर और सूरज की किरणों के प्रकोप से खुद को बचाना चाहते हैं। स्वीडिश पर्यटन संघ विजिट स्वीडन इस बदलाव का समर्थन करते हुए दावा करता है कि यात्री तेजी से मध्यम तापमान वाले पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यह ट्रेंड न सिर्फ यूरोप के देशों, बल्कि भारत में भी देखने को मिल रहा है।
कूलकेशन का पहाड़ी इलाकों पर पड़ रहा है ये प्रभाव
कूलकेशन की लोकप्रियता ने कई चुनौतियां भी पेश कर दी हैं। जैसे-जैसे अधिक लोग ठंडे स्थानों की ओर जा रहे हैं, वैसे-वैसे उन जगहों पर भीड़ बढ़ रही है और जलवायु परिवर्तन भी देखने को मिल रहा है। कूलकेशन ट्रेंड के कारण आर्कटिक में संसाधनों पर दबाव पड़ रहा है। साथ ही भारत के उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी लगातार पर्यटकों का आगमन बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है।
कूलकेशन के दौरान करें इन टिप्स का पालन
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए कूलकेशन ट्रेंड अपनाने के लिए ट्रेन जैसे परिवहन चुनें। स्थानीय लोगों को परेशानी न पहुंचाने के लिए पर्यावरण-अनुकूल लॉज और होटल बुक करें और प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान न पहुचाएं। पर्यटकों के लिए बनाए गए मार्गों पर ही जाएं, वन्यजीवों को परेशान न करें और पर्यावरण पर अपने प्रभाव को कम करने के लिए कचरे का उचित निपटान करें। जानिए दुनिया की 5 सबसे अद्भुत जगहों के बारे में, जिन्हें देखकर उड़ जाएंगे होश।
कूलकेशन के लिए सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल
कूलकेशन के लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय स्थानों में ग्रीनलैंड और आइसलैंड जैसे आर्कटिक क्षेत्र शामिल हैं, जहां यात्री लुभावने नजारे, अद्वितीय वन्य जीवन और रोमांच का अनुभव कर सकते हैं। अगर आप देश के अंदर ही कूलकेशन करना चाहते हैं तो जम्मू-कश्मीर, लेह, लद्दाख, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश का रुख कर सकते हैं। इनके अलावा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी कई पहाड़ी इलाके मौजूद हैं, जो गर्मी से छुटकारा दिलाएंगे।