महाशिवरात्रि पर इन 4 प्रसिद्ध मंदिरों में होता है भगवान शंकर का विशेष रुद्राभिषेक
क्या है खबर?
महाशिवरात्रि का त्योहार 8 मार्च (शुक्रवार) को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था।
महाशिवरात्रि भोलेनाथ के भक्तों के लिए सबसे खास दिन है। इस त्योहार पर सभी श्रद्धालु पूजा-अर्चना और व्रत आदि करते हैं।
इस दिन रुद्राभिषेक करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है, जिसमें शिव लिंग पर दूध, शहद, दही और गंगाजल चढ़ाया जाता है।
भारत के इन 4 प्रसिद्ध मंदिरों में शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक होता है।
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महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
मध्य प्रदेश के प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर को भगवान शिव के पवित्र निवासों में से एक माना जाता है।
यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर शिप्रा नदी के किनारे स्थित है, जिसे एक पवित्र नदी माना जाता है।
शिवरात्रि के दिन यहां रुद्राभिषेक किया जाता है। इस दिन लाखों की तादाद में भक्त महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
आप भी भोले बाबा का रुद्राभिषेक करने के लिए महाकाल जा सकते हैं।
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सोमनाथ मंदिर
गुजरात में प्रभास पाटन, वेरावल में स्थित, सोमनाथ मंदिर श्रद्धालुओं के बीच बेहद मशहूर है। यहां बड़ी धूमधाम से महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।
इस शुभ दिन पर सोमनाथ में रुद्राभिषेक पूजन होता है। आप इस मंदिर की वेबसाइट पर जाकर रुद्राभिषेक की ऑनलाइन बुकिंग करवा सकते हैं।
यह पूजा शांति लाती है और भक्तों को अच्छे स्वास्थ्य और सकारात्मक भावना का आशीर्वाद देती है। इससे भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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काशी विश्वनाथ मंदिर
कशी विश्वनाथ मंदिर उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर वाराणसी में स्थित है। यह एक प्राचीन मंदिर है, जो भक्तों की आस्था का केंद्र है। महाशिवरात्रि के दिन इस मंदिर में दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं।
रुद्राभिषेक का समय सुबह 6 से शाम 6 बजे तक रहता है। पूजा के दौरान आप शिव लिंग पर 5 लीटर तक ही दूध चढ़ा सकते है। इस विशेष पूजन की बुकिंग ऑनलाइन की जा सकती है, जिसके लिए मामूली शुल्क लगता है।
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भीमाशंकर मंदिर
महाराष्ट्र के पुणे जिले के भीमाशंकर गांव में स्थित भीमाशंकर मंदिर एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यह दुनिया के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
इस मंदिर में महाशिवरात्रि के दौरान रुद्राभिषेक पूजा अत्यंत भक्तिभाव से की जाती है। महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर लाखों भक्त अत्यंत श्रद्धा के साथ यहां पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं।
आप जब भी इस मंदिर की यात्रा पर आएं तो रुद्राभिषेक करना न भूलें।