हिमालय को बड़े पैमाने पर नुकसान, 57 करोड़ हाथियों के वजन के बराबर ग्लेशियर पिघले
क्या है खबर?
पिछले 20 सालों में हिमालय के ग्लेशियरों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। शोधकर्ताओं ने पहली बार दस्तावेज पेश कर इसकी पुष्टि की है।
ब्रिटेन की सेंट एंड्रयूज यूनिवर्सिटी, चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज, ऑस्ट्रिया की ग्राज यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी और कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में बताया कि हिमालय में ग्लेशियरों का कुल व्यापक नुकसान 6.5 प्रतिशत है और उसने करीब 57 करोड़ हाथियों के वजन के बराबर ग्लेशियर खो दिए हैं।
चिंताजनक
हिमालय के ग्लेशियर झीलों में हो रहे तब्दील
अध्ययन के मुताबिक, ग्लेशियर तेजी से पिघलकर झीलों में तब्दील हो रहे हैं। नेचर जियोसाइंस पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में मध्य हिमालय में सबसे ज्यादा कमी देखी गई, जहां ग्लेशियल झीलों का विकास सबसे तेजी से हुआ।
2000 से 2020 तक इस क्षेत्र में झीलों की संख्या में 47 प्रतिशत, क्षेत्रफल में 33 प्रतिशत और मात्रा में 42 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि, इस दौरान ग्लेशियर के कुल नुकसान को 65 प्रतिशत कम पाया गया है।