लैक्टोज इंटॉलरेंस से परेशान लोग अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं ये 5 वीगन दूध
क्या है खबर?
लैक्टोज इंटॉलरेंस एक पाचन क्रिया विकार है। यह तब होता है जब शरीर दुग्ध उत्पादों में पाए जाने वाले एक चीनी यौगिक लैक्टोज को पचा नहीं पाता है।
इससे ग्रस्त लोगों को दुग्ध उत्पाद का सेवन करने से पेट दर्द, पेट फूलना, गैस, जी मिचलाना, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके रोगी दुग्ध उत्पादों की जगह वीगन दूध के विकल्प आजमा सकते हैं।
आइए आज हम आपको 5 नॉन-डेयरी वीगन दूध के विकल्प बताते हैं।
#1
बादाम का दूध
बादाम का दूध उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो पौष्टिक और मीठे स्वाद वाले दूध के विकल्प की तलाश में हैं।
इसे बादाम और पानी का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। इस दूध में गाय के दूध के मुकाबले काफी कम कैलोरी शामिल होती हैं।
इसके अतिरिक्त यह एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भी भरपूर होता है, जिस कारण इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद ही लाभकारी हो सकता है।
यहां जानिए बादाम का दूध पीने के फायदे।
#2
ओट्स का दूध
प्लांट बेस्ड दूध का एक अन्य लोकप्रिय विकल्प ओट्स का दूध भी है।
इसकी मलाईदार बनावट और अखरोट जैसा स्वाद लैक्टोज इंटॉलरेंस से ग्रस्त लोगों को काफी पसंद आ सकता है।
इस दूध का नियमित तौर पर सेवन करने से आप अपने वजन को कम करने से लेकर मधुमेह समेत कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने तक कई स्वास्त्य लाभ पा सकते हैं। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
#3
सोया दूध
सोयाबीन से बनने वाला यह दूध भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इसका सेवन करने से कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं के इलाज में मदद मिल सकती है।
सोया दूध का सेवन आप रोजाना 240 मिली यानी करीब एक गिलास तक कर सकते हैं।
खासकर वजन घटाने का प्रयास कर रहे लोगों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए, लेकिन इसके सेवन से पहले एक बारी अपने डॉक्टर से सलाह परामर्श जरूर कर लें।
#4
नारियल का दूध
नारियल का दूध न सिर्फ सेहत बल्कि त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद माना जाता है।
यह विटामिन-C, विटामिन-B6, विटामिन-E, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, प्रोटीन और फाइबर समेत कई पोषक गुणों से भरपूर होता है।
इस दूध का नियमित तौर पर सेवन करना स्वास्थ्य को कई लाभ दे सकता है तो आज से ही इसको अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।
यहां जानिए नारियल के दूध इस्तेमाल से मिलने वाले 5 प्रमुख फायदे।
#5
चावल का दूध
चावल का दूध बनाने के लिए चावल और पानी का उपयोग किया जाता है। इसका स्वाद हल्का और थोड़ा मीठा होता है।
यह दूध हृदय के लिए अनुकूल है क्योंकि इसमें वसा की मात्रा शून्य होती है और कैलोरी भी न के बराबर है।
इसके अतिरिक्त चावल के दूध में अन्य नॉन-डेयरी विकल्पों की तुलना में कम प्रोटीन होता है, इसलिए केवल इस पर निर्भर रहने की बजाय अपनी डाइट में अन्य प्रोटीन स्रोतों को भी शामिल करें।