ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है भुवनेश्वर, यहां इन 5 जगहों का जरूर करें रुख
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर अपने प्राचीन मंदिरों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। इसे 'मंदिरों का शहर' भी कहा जाता है क्योंकि यहां सैकड़ों प्राचीन मंदिर हैं। यह शहर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध है। यहां की वास्तुकला और कला पर्यटकों को आकर्षित करती है। भुवनेश्वर में आप इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। आइए यहां के पर्यटन स्थलों के बारे में जानें।
लिंगराज मंदिर
लिंगराज मंदिर भुवनेश्वर के सबसे प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यह भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है, जो 11वीं शताब्दी में बनाया गया था। इस मंदिर की वास्तुकला बेहद खूबसूरत है और इसे देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यहां की मूर्तियां और नक्काशी बहुत सुंदर हैं जो आपको अचंभित कर देंगी। इस मंदिर में प्रवेश करने के लिए आपको पारंपरिक वस्त्र पहनना आवश्यक है।
उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं
उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं भुवनेश्वर के पास स्थित दो पहाड़ियों पर बनी हुई हैं। ये गुफाएं जैन धर्म से संबंधित हैं और इनका निर्माण 2वीं शताब्दी ईसा पूर्व हुआ था। यहां पर कई प्राचीन मूर्तियां, शिलालेख और चित्रकारी देखने को मिलती हैं जो उस समय की कला को दर्शाती हैं। इन गुफाओं में घूमते हुए आप इतिहास के पन्नों में खो जाएंगे और प्राचीन संस्कृति को करीब से जान पाएंगे।
नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क
नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। यह पार्क 400 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें विभिन्न प्रकार के जानवर, पक्षी और पौधे पाए जाते हैं। यहां सफेद बाघ, एशियाई हाथी, घड़ियाल आदि देखे जा सकते हैं। इसके अलावा यहां बोटिंग करने का भी आनंद लिया जा सकता है। यहां की हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता भी मनमोहक है, जो आपको प्रकृति के करीब लाती है।
कलिंगा स्टेडियम
कलिंगा स्टेडियम भुवनेश्वर का प्रमुख खेल स्थल है, जहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित होती रहती हैं। यह स्टेडियम हॉकी विश्व कप जैसे बड़े आयोजनों के लिए मशहूर हो चुका है। यहां फुटबॉल, एथलेटिक्स और अन्य खेलों की प्रतियोगिताएं भी होती हैं। अगर आप खेल प्रेमी हैं तो इस स्टेडियम को जरूर देखें, जहां आपको विभिन्न खेल गतिविधियों का अनुभव मिलेगा और खिलाड़ियों का उत्साह देखने को मिलेगा।
धौली हिल्स
धौली हिल्स ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि यहीं पर अशोक महान ने कलिंग युद्ध लड़ा था, जिसके बाद उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया था। यहां स्थित शांत स्तूप बहुत ही सुंदर और शांतिपूर्ण स्थान माना जाता है। यह स्थान न केवल इतिहास प्रेमियों के लिए बल्कि शांति की खोज में आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। यहां से चारों ओर का नजारा बेहद खूबसूरत है, जो मन को शांति प्रदान करता है।