
नवरात्रि: भारत के सबसे प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर, जहां हमेशा लगा रहता है भक्तों का तांता
क्या है खबर?
सबसे प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक नवरात्रि बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है।
नवरात्रि आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक मनाई जाती है और इस अवसर पर लोग उपवास रखकर देवी की पूजा करने के लिए प्रतिष्ठित दुर्गा मंदिरों में जाते हैं।
यह वह समय भी है जब देश के प्रमुख शक्तिपीठों पर धार्मिक यात्रियों का तांता लगा रहता है।
आइए भारत के कुछ सबसे प्रमुख दुर्गा मंदिरों के बारे में जानते हैं।
#1
वैष्णो देवी मंदिर (जम्मू और कश्मीर)
जम्मू-कश्मीर के कटरा जिले में स्थित माता वैष्णो देवी का मंदिर त्रिकुट पहाड़ पर स्थित है, जहां पहुंचने के लिए भक्तों को 12 किलोमीटर की लंबी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है।
ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा यहां चट्टानों के रूप में एक गुफा के अंदर निवास करती हैं।
मंदिर तक चढ़ाई के लिए आप पिट्ठू, खच्चर या हेलीकॉप्टर का सहारा ले सकते हैं, लेकिन इनके लिए आपको भुगतान करना होगा।
#2
करणी माता मंदिर (राजस्थान)
राजस्थान के बीकानेर का यह मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है, जो देवी दुर्गा के अवतारों में से एक करणी माता का है, लेकिन इसे चूहों का मंदिर भी कहा जाता है।
इसका मुख्य कारण है कि इस मंदिर में 25,000 से भी ज्यादा चूहे हैं, जो पर्यटकों के ध्यान को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
मंदिर लगभग 600 साल पुराना है, जिसे पत्थरों और संगमरमर से तराशा गया है। बता दें कि महाराजा गंगा सिंह ने यह मंदिर बनवाया था।
#3
त्रिपुरा सुंदरी मंदिर (त्रिपुरा)
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह मंदिर उस स्थान पर बनाया गया है जहां देवी सती का दाहिना पैर गिरा था।
यह मंदिर पूर्वोत्तर भारतीय राज्य त्रिपुरा के उदयपुर शहर (जिसे पहले रंगमती के नाम से जाना जाता था) में स्थित है।
यहां आकर भक्त मां काली से प्रार्थना करते हैं, जिनकी मंदिर में सोरोशी के रूप में पूजा की जाती है।
नवरात्रि के दौरान तो यहां खास मेले का भी आयोजन किया जाता है।
#4
नैना देवी मंदिर (हिमाचल प्रदेश)
नैना देवी हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में स्थित है।
पौराणिक कथा के अनुसार, 51 शक्तिपीठों में से एक नैना देवी मंदिर उस स्थान पर खड़ा है, जहां देवी सती की आंखें गिरी थीं।
इस मंदिर में 3 मूर्तियां हैं, जिसमें मां काली, देवी सती की आंखों की मूर्ति और भगवान गणेश शामिल हैं।
यह मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, जहां से सुंदर और आकर्षक गोबिंद सागर झील दिखाई देती है।
#5
कामाख्या देवी मंदिर (असम)
यह मंदिर असम के गुवाहाटी में स्थित है और यह 51 शक्तिपीठों में से एक है। इस मंदिर में देवी की प्रतिमा को नहीं बल्कि योनि भाग को पूजा जाता है।
माना जाता है कि मानसून के दौरान 3 दिन तक देवी को मासिक धर्म आते हैं, जिस दौरान उनके पास एक सफेद कपड़ा रखा जाता है और मंदिर बंद कर दिया जाता है, फिर जब मंदिर खुलता है तो कपड़ा लाल रंग के पानी से भीगा मिलता है।