कोरोना वायरस: महाराष्ट्र में नए मामलों में ताजा उछाल के क्या कारण हैं?
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में हालिया दिनों में संक्रमण के दैनिक मामलों में हल्का उछाल देखने को मिला है और इस उछाल ने आम जनता से लेकर विशेषज्ञों तक को चिंता में डाल दिया है।
ऐसे समय में जब पूरे देश में कोरोना के नए मामले घट रहे हैं, महाराष्ट्र में मामलों के फिर से बढ़ने के लिए कुछ बातों को जिम्मेदार माना जा रहा है। आइए इन मुख्य कारणों के बारे में जानते हैं।
मौजूदा स्थिति
महाराष्ट्र में अभी क्या स्थिति है?
महाराष्ट्र में पिछले एक हफ्ते से रोजाना कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं और मध्य जनवरी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।
यही नहीं, फरवरी के दूसरे हफ्ते में सामने आए नए मामले (20,207) पहले हफ्ते में सामने आए नए मामलों (17,672) के मुकाबले 14 प्रतिशत अधिक रहे।
इससे पहले जनवरी में राज्य में 2,000 से 2,500 के बीच नए मामले सामने आ रहे थे।
इलाके
इन इलाकों में दर्ज किया गया है सबसे अधिक उछाल
महाराष्ट्र में कोरोना मामलों में आए इस उछाल के लिए मुख्य तौर पर मुंबई, पुणे, विदर्भ और इनके आसपास के इलाके जिम्मेदार हैं।
फरवरी के दूसरे हफ्ते में सामने आए नए मामलों में से लगभग 60 प्रतिशत पुणे, मुंबई, नागपुर, ठाणे और अमरावती में दर्ज किए गए। इनमें से पुणे में सबसे अधिक 3,228 मामले सामने आए।
इस दौरान मुंबई और पुणे में पिछले एक महीने में पहली बार एक दिन में 600 से अधिक नए मामले भी सामने आए।
कारण
क्या है मामले बढ़ने का कारण?
महाराष्ट्र और मुंबई में नए मामले बढ़ने का एक बड़ा कारण लोकल ट्रेनों का फिर से शुरू होना माना जा रहा है। शहर में 1 फरवरी से आम जनता के लिए लोकल ट्रेनें शुरू की गई थीं और इसी के एक हफ्ते बाद से मामलों में हल्का उछाल आना शुरू हुआ है।
अधिकारियों के अनुसार, ट्रेनों में रोजाना लाखों लोग सफर कर रहे हैं और यह मामले बढ़ने का एक संभावित कारण हो सकता है।
विदर्भ
विदर्भ में लोकल ट्रेन नहीं, फिर भी क्यों बढ़ रहे मामले?
हालांकि लोकल ट्रेनों की वजह से मामले बढ़ने का तर्क विदर्भ पर लागू नहीं होता और राज्य के निगरानी अधिकारी डॉ प्रदीप आवटे का मानना है कि हाल में ही हुए ग्राम पंचायत चुनाव विदर्भ में आए उछाल के लिए जिम्मेदार हैं।
उन्होंने बताया कि विदर्भ और मराठावाड़ा के कुल इलाकों में 80 प्रतिशत वोटिंग हुई थी और यह बीमारी फैलने का कारण हो सकता है। उन्होंने तिवसा तहसील का उदाहरण दिया जहां अभी 32.7 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट है।
बड़े कार्यक्रम
शादियां और पारिवारिक कार्यक्रम भी उछाल का एक कारण
डॉ आवटे ने कहा कि शादी और अन्य पारिवारिक कार्यक्रमों के आयोजन में आई तेजी भी इस ताजा उछाल के लिए जिम्मेदार हो सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण इन कार्यक्रमों को पिछले साल टाल दिया गया था और अभी इनका आयोजन किया जा रहा है।
इन शादियों में लगभग 400-500 लोग जमा होते हैं और यह संक्रमण फैलने का कारण बनता है। इसी कारण अब 50 लोग ही शादियों में हिस्सा ले सकेंगे।
नियमों के प्रति लापरवाही
लोगों की लापरवाही को भी माना जा रहा जिम्मेदार
विशेषज्ञों ने लोगों के रवैये को भी महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार माना है। उनका कहना है कि लोग ऐसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे महामारी खत्म हो गई है और मास्क लगाने समेत कोरोना वायरस से संक्रमण के बचाव के तमाम नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
राज्य सरकार ने भी अपने बयानों में इसी लापरवाही की ओर इशारा किया है और लापरवाही जारी रहने पर कड़ी पाबंदियां लगाने की चेतावनी दी है।