कोरोना वायरस: दिल्ली समेत 11 राज्यों में बहुत कम वैक्सीनेशन, समीक्षा के लिए जाएंगी केंद्रीय टीमें
भले ही देशभर में अब तक 57.75 लाख लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लग चुकी हो, लेकिन इस बीच कई राज्य ऐसे हैं जो वैक्सीनेशन के तय लक्ष्य से बेहद पीछे चल रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली समेत 11 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां 30 प्रतिशत से भी कम स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगी है। इस स्थिति में सुधार के लिए अब इन राज्यों मे केंद्रीय टीमों को भेजा जा रहा है।
5 फरवरी को जारी किया था स्वास्थ्य मंत्रालय ने आदेश
द प्रिंट द्वारा प्राप्त किए गए स्वास्थ्य मंत्रालय के 5 फरवरी के एक आदेश के अनुसार, असम, चंडीगढ़, दादर नागर हवेली, दिल्ली, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, तमिलनाडु और पुडुचेरी में 30 प्रतिशत से कम पंजीकृत स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगी है। इस आदेश में मंत्रालय ने केंद्रीय नोडल अधिकारियों को अपने-अपने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खुद जाकर कोविन प्लेटफॉर्म के कार्यान्वयन समेत कोरोना वैक्सीनेशन अभियान संबंधी सभी गतिविधियों की समीक्षा करने को कहा है।
समीक्षा के लिए आठ केंद्र बिंदु निर्धारित
आदेश में समीक्षा के लिए आठ बिंदु निर्धारित किए गए हैं और इसका पहला उद्देश्य वैक्सीनेश की कवरेज और प्रति सेशन लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए एक एक्सन प्लान पर काम करना है। केंद्रीय टीमें प्रति सेशन क्षमताओं का पूरा उपयोग हो रहा है या नहीं, इसकी भी समीक्षा करेंगी और इसके लिए कुछ वैक्सीनेशन केंद्रों पर जाकर प्रक्रिया का अवलोकर करेंगे। प्रतिकूल घटनाओं से संबंधित प्रक्रियाओं का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी भी समीक्षा की जाएगी।
कोविन प्लेटफॉर्म से संबंधित प्रक्रियाओं की भी होगी समीक्षा
केंद्रीय नोडल अधिकारी कोविन प्लेटफॉर्म से संबंधित गतिविधियों की भी समीक्षा करेंगे और यह देखेंगे कि कोविन प्लेटफॉर्म पर जानकारियां अपलोड करने संबंधित नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं। इसके अलावा कोविन के जरिए सेशन का निर्धारण, आधार के जरिए लाभार्थियों का प्रमाणीकरण और वैक्सीन लगाने के तुरंत बाद कोविड-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जारी करने संबंधी नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी भी समीक्षा की जाएगी।
देश में हो रहा दो कोरोना वैक्सीनों का उपयोग
बता दें कि भारत में अब तक दो कोरोना वायरस वैक्सीनों को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' वैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' वैक्सीन शामिल हैं। वैक्सीनेशन अभियान में इन दोनों वैक्सीनों का उपयोग किया जा रहा है, हालांकि ट्रायल पूरा न होने के कारण कोवैक्सिन पर सवाल भी उठ रहे हैं और स्वास्थ्यकर्मी इस वैक्सीन को लगवाने से कतरा रहे हैं।
देश में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
देश में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति का बात करें तो अभी तक कुल 1,08,26,363 लोगों को इससे संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 1,54,996 लोगों की मौत हुई है। अभी देश में रोजाना 12,000 से 14,000 के बीच नए मामले सामने आ रहे हैं जो लगभग 98,000 के चरम से बेहद कम हैं। दैनिक मौतों की संख्या भी 1,200 से घटकर 100 से नीचे आ गई है। सक्रिय मामले 10.17 लाख से घटकर 1.49 लाख हो गए हैं।