कोरोना वायरस: महाराष्ट्र में 42 दिन बाद सामने आए देश में सबसे अधिक नए मामले
कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में 42 दिन बाद एक बार फिर से देश में सबसे अधिक नए मामले सामने आए हैं। सोमवार को यहां 3,365 नए मामले दर्ज किए गए जो केरल के 2,884 मामलों के मुकाबले अधिक रहे। इससे पहले 4 जनवरी को महाराष्ट्र में देश में सबसे अधिक नए मामले सामने आए थे। इस ताजा उछाल के बाद राज्य में संक्रमण की नई लहर का डर बढ़ गया है।
महाराष्ट्र में छह दिन से सामने आ रहे 3,000 से अधिक नए मामले
महाराष्ट्र में हालिया कुछ दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमण के नए मामलों में हल्का उछाल देखने को मिला है और सोमवार को यहां लगातार छठवें दिन 3,000 से अधिक नए मामले सामने आए। यही नहीं, यह 30 नवंबर के बाद किसी भी सोमवार को महाराष्ट्र में सामने आए सबसे अधिक नए मामले भी हैं। इससे पहले रविवार को राज्य में 4,092 नए मामले सामने आए थे जो 6 जनवरी के बाद सामने आए सबसे अधिक नए मामले थे।
मुंबई में भी मामलों में हल्का उछाल
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी हालिया दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में हल्का उछाल देखने को मिला है और यहां 10 फरवरी से 14 फरवरी के बीच रोजाना 500 से अधिक मामले सामने आए। 15 फरवरी (सोमवार) को भी यहां कम टेस्ट के बावजूद 493 नए मामले सामने आए और मामले दोगुने होने की रफ्तार लगभग 600 से घटकर 479 दिन पर आ गई है। धारावी, दादर और महीम में मामलों में 0.12 प्रतिशत उछाल आया है।
इन कारणों को माना जा रहा मामले बढ़ने की वजह
अधिकारियों ने आम जनता के लिए लोकल ट्रेनें शुरू होने, लोगों का घुलना-मिलना बढ़ने और कोरोना वायरस से बचाव संबंधी नियमों का पालन न किए जाने जैसी चीजों का संक्रमण में इस उछाल का कारण बताया है। राज्य में 1 फरवरी को लोकल ट्रेनों की सेवाएं फिर से शुरू हुई थीं और तब से रोजाना लगभग 35 लाख लोग इन ट्रेनों से सफर कर रहे हैं। इसके अलावा ज्यादातर लोग मास्क आदि का प्रयोग भी नहीं कर रहे हैं।
अजित पवार ने लापरवाही के प्रति चेताया, कहा- कठोर कदम उठाने पड़ेंगे
स्थिति पर मीडिया से बात करते हुए उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए सरकार को कुछ कठोर कदम उठाने पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा, "इस सुबह दौरा करते वक्त मैंने देखा कि ग्रामीण और ज्यादातर लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। ये बहुत खतरनाक है और इससे हमें बड़ा नुकसान होगा। मैं कल मुख्यमंत्री के साथ कोरोना मामलों में उछाल पर बात करूंगा। शायद हमें कुछ कठोर फैसले लेने पड़ेंगे।"
अभी लॉकडाउन नहीं, लेकिन आगे का विकल्प खुला
हालांकि राज्य सरकार ने अभी कोई लॉकडाउन लगाए जाने की संभावना से इनकार किया है और स्थानीय प्रशासनों से नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए कदम उठाने को कहा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, "लोगों को नियमों का पालन करना होगा और प्रशासन को भी सुनिश्चित करना होगा कि इनका सख्ती से पालन हो... अगर ऐसा नहीं किया जाता तो पश्चिमों देशों की तरह लॉकडाउन की जरूरत पड़ सकती है।"
महाराष्ट्र में कुल कितने मामले और मौतें?
महाराष्ट्र में अब तक कुल 20,67,643 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 51,552 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 19,78,708 मरीज संक्रमण को मात दे चुके हैं और उसकी रिकवरी रेट 95.70 प्रतिशत है।