#NewsBytesExplainer: ब्रिटेन के सबसे अमीर हिंदुजा परिवार पर शोषण के आरोप, क्या है पूरा मामला?
क्या है खबर?
भारतवंशी अरबपति और ब्रिटेन का सबसे अमीर हिंदुजा परिवार मुश्किलों में घिर गया है। परिवार पर मानव तस्करी और कर्मचारियों के शोषण के आरोप लगे हैं।
इस मामले में परिवार के 4 सदस्यों पर स्विट्जरलैंड के जिनेवा में मुकदमा शुरू हो गया है। आरोप है कि इन्होंने अपने नौकरों से ज्यादा पैसे पालतु कुत्तों पर खर्च किए। अगर दोषी पाए गए तो परिवार को सजा हो सकती है।
आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
आरोप
परिवार पर क्या हैं आरोप?
दरअसल, हिंदुजा परिवार का स्विट्जरलैंड के लेक जिनेवा में एक आलीशान विला है। यहां पर घरेलू काम करने और बच्चों की देखभाल के लिए भारत से नौकरों को बुलाया गया है।
आरोप है कि इन नौकरों को बहुत कम वेतन देकर 18-18 घंटे काम करवाया जाता था।
जिन 4 लोगों पर मुकदमा चल रहा है उनमें प्रकाश हिंदुजा, उनकी पत्नी कमल, उनके बेटे अजय और उनकी पत्नी नम्रता के नाम हैं।
खर्च
नौकर से ज्यादा कुत्तों पर खर्च
कोर्ट में अभियोजन पक्ष के वकील यवेस बर्टोसा ने बताया कि हिंदुजा परिवार ने अपने एक कुत्ते पर अपने एक नौकर से भी ज्यादा खर्च किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि एक महिला नौकर को सप्ताह के सातों दिन 18 घंटे काम करने के लिए मात्र 7 स्विस फ्रैंक (660 रुपये) दिए जाते थे। दूसरी ओर, अरबपति परिवार ने अपने पालतू कुत्ते पर एक साल में 8,584 स्विस फ्रैंक (करीब 8 लाख रुपये) खर्च किए।
पासपोर्ट
परिवार ने जब्त कर लिए नौकरों के पासपोर्ट
परिवार पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर नौकरों का पासपोर्ट जब्त कर लिया था।
डेली मेल के अनुसार, परिवार के सदस्यों पर मानव तस्करी के भी आरोप है, क्योंकि पासपोर्ट जब्त करने के बाद नौकरों को अवैध रूप से स्विट्जरलैंड से बाहर लाया ले जाया गया।
इसके अलावा नौकरों को भारत में ही रुपये में वेतन दिया जाता था। इससे स्विट्जरलैंड में उन लोगों के पास कोई पैसे नहीं होते थे।
काम
तय नहीं थी कर्मचारियों की छुट्टी और काम के घंटे
बर्टोसा ने आरोप लगाया कि विला में काम करने वाले कर्मचारियों के अनुबंध में न तो काम के घंटे तय हैं न ही साप्ताहिक छुट्टी का कोई प्रावधान है। इन नियोक्ता की आवश्यकता के अनुसार हर समय उपलब्ध रहना था।
इसके अलावा कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने की अनुमति भी नहीं थी। कर्मचारियों को भारत में भुगतान किया जाता था, ताकि वे स्विटजरलैंड में कुछ खरीद न सकें और कम से कम बाहर निकल सकें।
परिवार
आरोपों पर हिंदुजा परिवार का क्या कहना है?
हिंदुजा परिवार के वकीलों ने कहा कि केवल वेतन ही कर्मचारियों के समग्र लाभों को प्रदर्शित नहीं करता है। वकीलों ने तर्क दिया कि कर्मचारियों को आवास और भोजन उपलब्ध कराया गया था।
वकीलों ने कर्मचारियों की गवाही का हवाला देते हुए कहा कि उनके साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाता था। वकीलों ने कम वेतन के दावों को खारिज नहीं किया है, लेकिन कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार से इनकार किया है।
कोर्ट
आगे क्या हो सकता है?
वकील ने प्रकाश और उनकी पत्नी कमल के लिए साढ़े 5 साल और अजय और नम्रता के लिए साढ़े 4 साल की सजा की मांग की है। उन्होंने कोर्ट से अनुरोध किया है कि वह परिवार को कानूनी लागत के लिए 9 करोड़ और कर्मचारियों के लिए मुआवजा राशि के रूप में 33 करोड़ रुपये का भुगतान करने का निर्देश दे।
शोषण के मामले में कर्मचारियों और हिंदुजा परिवार के बीच एक समझौता होने की भी खबरें हैं।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
परमानंद दीपचंद हिंदुजा ने 1914 में हिंदुजा समूह की स्थापना की थी। 1919 में समूह का पहला अंतरराष्ट्रीय कार्यालय ईरान में खुला था, जो 1979 तक कंपनी का मुख्यालय भी रहा।
फोर्ब्स के अनुमान के अनुसार, हिंदुजा परिवार की कुल संपत्ति 1.7 लाख करोड़ रुपये है। हिंदुजा परिवार के गोपी हिंदुजा ब्रिटेन के सबसे अमीर शख्स हैं। कंपनी ट्रक, ऑइल और गैस, ऊर्जा, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य जैसे कई क्षेत्रों में काम करती है।