प्रधानमंत्री ने लॉन्च की CBuD ऐप, जानिए क्या काम आएगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत में अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ के नए क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने 6G विजन डॉक्युमेंट भी पेश किया। कार्यक्रम की सबसे खास बात 'कॉल बिफोर यू डिग' (CBuD) नामक ऐप की लॉन्चिंग रही। इस ऐप से खुदाई के दौरान केबल और पाइपलाइन को होने वाले नुकसान को रोका जा सकेगा। ऐप से जुड़ी सभी बातें जानते हैं।
क्या है CBuD ऐप?
CBuD एक मोबाइल एप्लिकेशन है, जिसे दूरसंचार विभाग ने बनाया है। इस ऐप के जरिए खुदाई से पहले जमीन के नीचे मौजूद केबल, तार या पाइपलाइन के बारे में पता लगाया जा सकता है। दरअसल, अभी ये होता है कि खुदाई के दौरान जमीन के नीचे पहले से बिछे तार या पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो जाती थी। इस वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता था। ये ऐप इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए बनाया गया है।
कैसे काम करेगी ऐप?
गतिशक्ति संचार पोर्टल के मुताबिक, CBuD ऐप के जरिए किसी भी सतह के नीचे मौजूद पाइपलाइन या केबल को संचालित करने वाली एजेंसी या व्यक्ति का नाम, पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी जैसी जानकारी आपको मिल जाएगी। खुदाई करने से पहले केबल या पाइपलाइन संचालक से सीधे नंबर पर या ऐप के जरिए भी संपर्क किया जा सकता है। ऐप से संपर्क करने पर इसकी जानकारी मौजूदा पाइपलाइन या केबल संचालक को SMS के माध्यम से पहुंचाई जाएगी।
ऐप पर 25,000 से ज्यादा विभागों-एजेंसियों की जानकारी
सरकार के मुताबिक, ऐप पर 25,000 से ज्यादा ऐसे विभागों और एजेंसियों की जानकारी है, जिनकी पाइपलाइन या केबल जमीन के नीचे बिछी हुई है। ये सभी विभाग और एजेंसियां अपनी मौजूदा पाइपलाइन/केबल और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी ऐप पर अपडेट करते रहेंगे। इस तरह कहीं भी खुदाई की स्थिति में जमीन के मौजूद केबल की जानकारी पहले से मिल जाएगी और संबंधित एजेंसी से संपर्क किया जा सकेगा।
37 लाख किलोमीटर की अंडरग्राउंड केबल होगी सुरक्षित
ऐप के जरिए करीब 37 लाख किलोमीटर क्षेत्र में मौजूद अंडरग्राउंड केबल और पाइलपाइन को सुरक्षित किया जाएगा। ऐप ऑप्टिकल फाइबर केबल, पानी और गैस पाइपलाइन, बिजली की केबल और इंटरनेट केबल को भी नुकसान से बचाएगी। ऐप को दूरसंचार विभाग और सैटेलाइट सेवा देने वाली गुजरात सरकार की BISAG-N ने मिलकर बनाया है। सरकार ने ऐप के बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर (0755-2700802) भी जारी किया है।
हर साल होता है करोड़ों का नुकसान
वर्तमान में जल विभाग, दूरसंचार विभाग और परिवहन विभाग के कार्यों के दौरान जमीन के नीचे मौजूद केबल, तार या पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। इस वजह से विभागों को खासा नुकसान उठाना पड़ता है। सरकार के मुताबिक, खुदाई की वजह से हर साल करीब 10 लाख केबल क्षतिग्रस्त हो जाती है। इससे सरकार को सालाना 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान होता है। कई बार गैस पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से हादसे भी हो जाते हैं।