त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे प्रधानमंत्री मोदी
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। नागालैंड और मेघालय में शपथ ग्रहण समारोह 7 मार्च, तो त्रिपुरा में 8 मार्च को होना प्रस्तावित है।
बता दें कि पूर्वोत्तर के इन 3 राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए थे, जिनके नतीजे 2 मार्च को आए थे। भाजपा अपनी सहयोगी पार्टियों के साथ मिलकर लगातार दूसरी बार इन राज्यों में सरकार बनाने जा रही है।
मोदी
'पूर्वोत्तर न दिल्ली और न दिल से दूर', जीत के बाद बोले थे मोदी
2 मार्च को चुनावी नतीजे आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि ये परिणाम देश के लोकतंत्र और इसके संस्थानों में लोगों के दृढ़ विश्वास को दिखाते हैं।
उन्होंने कहा था, "पूर्वोत्तर के मतदाताओं ने जिस तरह का जनादेश दिया है, उससे स्पष्ट है कि यह क्षेत्र न तो दिल्ली से दूर है और न ही दिल से। यह नया युग और नया इतिहास रचे जाने का पल है।"
सरकार
तीनों राज्यों में कैसे सरकार बनाएगी भाजपा?
त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों को बहुमत मिला है, लेकिन मेघालय में कोई भी पार्टी बहुमत का आंकड़ा नहीं छू सकी।
हालांकि, नतीजे आने के बाद NPP के कॉनरेड संगमा ने भाजपा के दो विधायकों समेत 32 विधायकों का समर्थन हासिल होने का दावा किया है।
बता दें कि राज्य की पिछली सरकार में भी NPP और भाजपा साथ थे, लेकिन चुनाव से पहले गठबंधन टूट गया था, जिसके बाद दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा।
जानकारी
किस राज्य में कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
नागालैंड में NDPP चीफ नेफियू रियो रिकॉर्ड 5वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं, मेघालय में कॉनरेड संगमा अगले मुख्यमंत्री होंगे। त्रिपुरा में मुख्यमंत्री पद के लिए माणिक साहा और प्रतिमा भौमिक के नाम चर्चा में हैं।
नतीजे
क्या रहे थे चुनावी नतीजे?
त्रिपुरा में भाजपा ने इंडीजिनस पीपल फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। यहां भाजपा ने 32 और IPFT ने 1 सीट पर जीत दर्ज की है।
नागालैंड में भाजपा ने नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ गठबंधन किया। यहां भाजपा को 12 और NDPP को 25 सीटें मिली हैं।
मेघालय में चुनाव से पहले भाजपा और नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) का गठबंधन टूट गया था। यहां NPP ने 26 और भाजपा ने 2 सीटें जीतीं हैं।
लोकसभा चुनाव
लोकसभा चुनावों के नजरिए से जीत भाजपा के लिए अहम
देश में 2024 में लोकसभा चुनाव होने है। उससे पहले यानी इसी साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं, जिन्हें सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। इस सेमीफाइनल की शुरुआत पूर्वोत्तर के इन 3 राज्यों के चुनाव से हुई है, जिनमें भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है।
पार्टी को इसका फायदा अगले कुछ महीनों में होने वाले बड़े राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ-साथ आम चुनावों में भी मिल सकता है।