केरल: वायनाड भूस्खलन में मृतकों की संख्या 156 हुई, सैकड़ों अभी भी लापता
केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई को हुए भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 156 तक पहुंच गई है और 180 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। सैकड़ों लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। सेना और कई एजेंसियों की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी है। आशंका जताई जा रही है कि करीब 100 लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं, जिनके बचने की उम्मीद कम है।
बचाव कार्य अभी भी जारी
सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और दूसरी आपातकालीन एजेंसियां दूसरे दिन भी बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। बचावकर्मी ध्वस्त हो चुके घरों की छतों और मलबे के नीचे पीड़ितों और संभावित जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं। सेना की कई कंपनियों को तिरुवनंतपुरम और बेंगलुरु से घटनास्थल भेजा गया है। PTI के अनुसार, राशन कार्ड और दूसरे सरकारी दस्तावेजों से लापता लोगों का डेटा निकाला जा रहा है।
अस्थायी पुल बनाएगी सेना
भारतीय वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर को हिंडन स्टेशन गाजियाबाद में ब्रिजिंग स्टोर्स के साथ लोड किया जा रहा है। सेना ने कहा कि सभी 6 टुकड़ियां NDRF और नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर बचाव अभियान चलाएगी। मीपाडी-चूरलमाला रोड पर एक अस्थायी पुल का निर्माण भी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि भूस्खलन की वजह से 2 अहम पुल बह गए हैं, जिससे बचाव कार्य में खासी परेशानियां आ रही हैं।
सेना के 300 जवान बचाव कार्य में जुटे
NDRF और सेना की सहायता के लिए नौसेना की टीमें और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों को भी तैनात किया गया। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि आपदा राहत दल भी भेजे गए हैं और खोजी कुत्तों की टीमों को हवाई मार्ग से भेजा जा रहा है। सेना ने लगभग 300 कर्मियों को तैनात किया है और 140 सैनिकों को तिरुवनंतपुरम में स्टैंडबाय पर रखा है। जरूरत पड़ने पर इन्हें भी तैनात किए जाने की योजना है।
बचाव कार्य में जुटी भारतीय कोस्ट गार्ड की टीम
मौसम विभाग के अलर्ट ने बढ़ाई चिंताएं
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों में वायनाड और कई अन्य जिलों में और अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है। इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। पथानामथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वायनाड में 45 राहत शिविर बनाए गए हैं, जिनमें 3,069 लोगों को भेजा गया है।
केरल में 2 दिन का राजकीय शोक
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने दुखद घटना के बाद 2 दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। वे बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए वायनाड में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों के साथ आज बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। आज केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज हालात का जायजा लेने के लिए वायनाड जा रही थीं, इसी दौरान उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में जॉर्ज को मामूली चोटें आई हैं।
वायनाड जा सकते हैं राहुल-प्रियंका
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हमने वायनाड की स्थिति को बहुत गंभीरता से लिया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वहां का दौरा करने वाले हैं। पार्टी कार्यकर्ता वहां लोगों को राहत शिविर में ले जा रहे हैं। ये एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और एक राष्ट्रीय आपदा है।" बताया जा रहा है कि भारी बारिश और वर्तमान हालात के बीच अधिकारियों ने राहुल-प्रियंका को दौरा नहीं करने की सलाह दी है, जिसके बाद उन्होंने दौरा रद्द कर दिया है।
3 जगह भूस्खलन से आई तबाही
दरअसल, 29 जुलाई की रात 1 से 4 बजे के बीच वायनाड के चूरालमाला और मुंडाक्कई जैसे इलाकों में 3 बार भूस्खलन हुआ। इससे भारी तबाही मच गई और सैकड़ों लोग बह गए। पहले 11 लोगों के मरने की खबर मिली, लेकिन जैसे-जैसे बचाव कार्य बढ़ता गया, मृतकों की संख्या भी बढ़ती गई। घटनास्थल से कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें टूटे हुए घरों और कई फीट के कीचड़ में तबाही का नजारा देखा जा सकता है।