आंध्र प्रदेश: विजयवाड़ा के कनक दुर्गा मंदिर में भूस्खलन से हड़कंप, पांच श्रद्धालु घायल
आंध प्रदेश के विजयवाड़ा में इंद्र कीलाद्री पहाड़ियों पर स्थित प्रसिद्ध कनक दुर्गा मंदिर में बुधवार को अचानक भूस्खलन के बाद गिरे पत्थरों से हड़कंप मच गया। इसमें कम से कम पांच श्रद्धालु घायल हो गए और दो स्वच्छता कर्मचारियों सहित चार जनों के मलबे में दबे होने की आशंका है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मंदिर कर्मचारियों के साथ मिलकर बचाव एवं राहत कार्य शुरू कर दिया है। हादसे के बाद श्रद्धालुओं में भय बना हुआ है।
टीन शेड को तोड़कर मंदिर के रास्ते तक पहुंचे पत्थर
इंडिया टुडे के अनुसार दोपहर में इंद्र कीलाद्री पहाड़ी पर अचानक भूस्खलन के बाद बड़े-बड़े पत्थर लुड़कते हुए मंदिर की ओर गिरना शुरू हो गए। पहले तो लगा कि पत्थर शेड पर ही रुक जाएंगे, लेकिन पत्थरों को वजन अधिक होने के कारण वह शेड को तोड़ते हुए मंदिर के रास्ते तक पहुंच गए। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। इसमें पांच श्रद्धालु घायल हो गए और दो स्वच्छता कर्मचारियों सहित चार लोग मलबे में दब गए।
नागरिक आपूर्ति मंत्री सहित अधिकारियों ने किया दौरा
घटना के सूचना के बाद जिला कलक्टर एएमडी इम्तियाज और विजयवाड़ा पुलिस आयुक्त बी श्रीनिवासुलु ने मौके पर पहुंच कर घटना का जायजा लिया। इसके अलावा उन्होंने पुलिस और अन्य अधिकारियों को बचाव और राहत कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए। इसी तरह नागरिक आपूर्ति मंत्री के श्रीवेंकटेश्वर राव और गन्नवरम विधायक वी वामशी ने भी मौके पर पहुंचक का राहत एवं बचाव कार्य का जाजया लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री की यात्रा से कुछ घंटे पहले हुआ हादसा
मंदिर में हादसा मुख्यमंत्री वाइएस जगनमोहन रेड्डी के मंदिर पहुंचने से कुछ घंटे पहले हुआ। इसके बाद उनके दौरे को स्थगित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने भी अधिकारियों को बचाव एवं राहत कार्य में तेजी लाने तथा हताहतों को मदद पहुंचाने के आदेश दिए हैं।
मंदिर में 17 अक्टूबर से शुरू हुआ था दशहरा उत्सव
बता दें कि पहाड़ी पर स्थित मंदिर में गत 17 अक्टूबर से दशहरा उत्सव शुरू हुआ था। इस मंदिर को श्री दुर्गा मल्लेश्वरा स्वामी वरला देवस्थानम (SDMSD) के रूप में भी जाना जाता है। इस तरह मंदिर प्रशासन ने कोरोना महामारी के प्रोटोकोल के अनुसार भक्तों को दर्शनों की अनुमति दी है। मंदिर अधिकारियों के अनुसार मंदिर में प्रत्येक एक घंटे में 1,000 लोगों को दर्शन की अनुमति दी जा रही है। सभी नियमों का पालन किया जा रहा है।
सितंबर में मंदिर से गायब हो गए थे चांदी के तीन शेर
गत सितंबर में कनक दुर्गा मंदिर में देवी दुर्गा के रथ पर लगे चांदी के तीन शेरों के गायब होने से हंगामा मच गया था। मंदिर प्रबंधन ने संपत्तियों की ऑडिट कराते समय जब रथों की सुरक्षा का जायजा लिया तो तीन शेर गायब मिले थे और चौथे शेर का पैर क्षतिग्रस्त मिला। मामले में राज्य के अक्षय निधि मंत्री वेल्लमपल्ली श्रीनिवास ने रथ की सुरक्षा करने वाली कंपनी की जांच कराने तथा दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।