केरल: वायनाड में भूस्खलन से 70 की मौत, मलबे में दबे सैकड़ों लोग
क्या है खबर?
केरल के वायनाड में भारी बारिश और बाढ़ के बीच हुए भूस्खलन में कई बच्चों सहित 470 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक लोग मलबे में दब गए।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) और राज्य आपदा राहत बल (SDRF) की मदद से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
इसी तरह हादसे में 70 अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
घटना
2 घंटे में 2 बार हुआ भूस्खलन
नागरिक सुरक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वायनाड में रात से ही तेज बारिश हो रही थी। उसके बाद करीब 2 बजे मेप्पाडी के पास पहला भूस्खलन हुआ और फिर तड़के 4:10 बजे दोबारा भूस्खलन हो गया। दोनों घटना में कई बच्चों सहित 70 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक मलबे में दब गए।
उन्होंने बताया कि अब तक 70 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है, जबकि अन्य लोगों को निकालने का काम जारी है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें वीडियो
8 dead, over 100 feared trapped in massive landslide in Wayanad, Kerala. Disaster relief personnel on site, prayers for the families and survivors. pic.twitter.com/SCWDsYGPVp
— Shiv Aroor (@ShivAroor) July 30, 2024
बचाव कार्य
युद्ध स्तर पर जारी है राहत और बचाव कार्य
नागरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद अग्निशमन एवं बचाव, नागरिक सुरक्षा, NDRF और SDRF के 300 सदस्यों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इसी तरह बचाव कार्य में मदद के लिए भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर, एक MI-17 और एक ALH को भी तमिलनाडु से सुलूर भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि बारिश के कारण बचाव कार्य में थोड़ी परेशानी आ रही है, लेकिन कार्य जारी है।
निर्देश
मुख्यमंत्री ने दिए बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश
घटना के बाद से राज्य के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त की है। वह पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा है कि वायनाड में भूस्खलन के बाद सभी संभावित बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा। घटना की सूचना मिलते ही पूरा सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गया है। मौके पर मौजूद अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी
सरकार ने स्थापित किया नियंत्रण कक्ष
घटना के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित कर दिया है। लोग आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 96569-38689 और 80860-10833 पर फोन कर सकते हैं। सूचना मिलने के बाद तत्काल राहत और मदद पहुंचाई जाएगी।
ट्विटर पोस्ट
देखें बारिश के बाद आई बाढ़ का वीडियो
Death toll in the Wayanad landslides has risen to 11.#WayanadLandslide #Wayanad #Landslide #Kerala pic.twitter.com/Jk3zSc3Rtf
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) July 30, 2024
दुख
प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे पर जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे को लेकर एक्स पर लिखा, 'वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।'
उन्होंने लिखा, 'सभी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजय से बात कर मौजूदा हालात के मद्देनजर उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद देने का आश्वासन भी दिया है।'
जानकारी
प्रधानमंत्री ने की मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से एक्स पर लिखा गया है, 'प्रधानमंत्री ने वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन में जान गंवाने वाले सभी मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।'
शोक
राहुल गांधी ने शोक व्यक्त किया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा, 'वायनाड में मेप्पाडी के निकट हुए भीषण भूस्खलन से मैं बहुत दुखी हूं। मेरी हार्दिक संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।'
उन्होंने आगे लिखा, 'मैंने मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान युद्ध स्तर पर जारी है।'
अलर्ट
केरल में बारिश का 'रेड अलर्ट' जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने केरल के उत्तरी जिलों में मंगलवार के लिए बारिश का 'रेड अलर्ट' जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। ऐसे में स्थानीय लोगों और पर्यटकों को भारी बारिश के मद्देनजर अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
बता दें कि यह भूस्ख्लन भी बारिश के कारण ही हुआ है।