गाजियाबाद: युवती की धमकी से सिपाही ने की आत्महत्या, बोला- पुरुषों के लिए कुछ करो
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में तैनात एक सिपाही ने युवती की धमकियों से तंग आकर अपनी सरकारी राइफल से खुद को गोली मार ली। सिपाही की पहचान 38 वर्षीय पम्मी कुमार के रूप में हुई है।
सिपाही पम्मी ने आत्महत्या करने से पहले एक वीडियो बनाई और उसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। वीडियो में पम्मी युवती और उसके साथियों पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगा रहे हैं।
मरते समय पम्मी पुरुषों के उत्पीड़न का मुद्दा उठा गए।
वीडियो
अंतिम वीडियो में क्या बोले सिपाही पम्मी?
पम्मी ने कहा, "मैं पिछले 2 साल से इतना ज्यादा परेशान हूं कि अपनी मन की बात किसी को नहीं बता सकता। एक लड़की गांव में मेरे घर के सामने रहती है। वह पहले मेरे रिलेशन में आई, अब 2 साल से मुझे लगातार ब्लैकमेल कर रही है। उसके मोहल्ले का अमित और मेरठ की सहेली गुड्डन उसका साथ दे रही है। तीनों मिले हुए हैं। 2 साल में इन्होंने मुझसे कम से कम 6 लाख रुपये ले लिए हैं।"
गुजारिश
आगे क्या बोले पम्मी?
पम्मी ने आगे कहा, "अब फिर इनकी पैसों की डिमांड है। ये कहते हैं कि उल्टी FIR करेंगे और तू जेल जाएगा और नौकरी जाएगी। मैं 2 साल से परेशान हूं, जिससे कुछ खा नहीं पाता। एक लड़की पैसे के लिए अपनी इज्जत दांव पर लगा सकती है, यह पहली बार देखा। मैंने घरवाली की चीज इन्हें दे दी, लेकिन कोई शांति नहीं। मैं जहर भी खा चुका हूं। मेरी गुजारिश है, ऐसा नियम बनाएं, जिससे लड़कों को सहूलियत मिले।"
ट्विटर पोस्ट
वीडियो में कही अपनी बात
"मेरा प्रशासन से निवेदन है कि पुरुषों के लिए भी कुछ करो, उनके लिए भी कुछ सहूलियत हो। मुझे एक लड़की पिछले दो साल से ब्लैकमेल कर रही है। मैं उसको लाखों दे चुका हूं लेकिन फिर भी मुझे झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही है।"
— Deepika Narayan Bhardwaj (@DeepikaBhardwaj) July 17, 2024
Last video of a cop from Ghaziabad who died by suicide pic.twitter.com/mtYvRR1yv6
जानकारी
नगरपालिका परिषद कार्यालय में तैनात थे पम्मी
बुलंदशहर निवासी पम्मी नगरपालिका परिषद कार्यालय में तैनात थे। पुलिस ने बताया कि पम्मी ने रात 8:30 बजे अपने सिर पर गोली मारी थी। उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। परिवार में उनकी पत्नी भी हैं। पुलिस आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करेगी।
जानकारी
यहां से लें सहायता
अगर आप या आपके जानने वाले किसी भी प्रकार के तनाव से गुजर रहे हैं तो आप समाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर 1800-599-0019 या आसरा NGO के हेल्पलाइन नंबर 91-22-27546669 पर संपर्क करें।