NCRTC को सौपी गई भारत की पहली रैपिड रेल, जानिये क्या हैं इसकी खूबियां
भारत की पहली क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) ट्रेन का पहला सेट शनिवार को गुजरात के वडोदरा के पास अलस्टॉम (Alstom) के निर्माण कारखाने में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) को सौंपा गया। इस पहली रैपिड ट्रांजिट रेल को सराय काले खां-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर चलाया जायेगा। अभी इस कॉरिडोर पर काम पूरे जोर-शोर से चल रहा है। यह रेल कॉरिडोर 2023 से कुछ फेस में कार्यरत होगा और 2025 तक इसके पूर्ण रूप से कार्यरत होने की संभावना है।
लग्जरी जहाज जैसी यात्री-केंद्रित सुविधाएं
RRTS की ट्रेनों को 'मेक इन इंडिया' के तहत देश में ही बनाया जा रहा है। अलस्टॉम के गुजरात स्थित कारखाने से इन्हें उत्तर प्रदेश के दुहाई डिपो लाया जाएगा, जहां से इनका प्रयोग शुरु होगा। इस ट्रेन में एक लग्जरी जहाज जैसी यात्री-केंद्रित सुविधाएं होंगी। पूरी तरह से एयर-कंडीशन इस ट्रेन में आरामदायक कुशनिंग वाली सीटें, लैपटॉप-मोबाइल चार्जिंग और सामान रखने के लिए रैक जैसी सुविधाएं दी गई हैं। इनमें एक प्रीमियम क्लास कोच भी होगा।
खास आधुनिक तकनीकों का हुआ है इस्तेमाल
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) के सचिव और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) के अध्यक्ष मनोज जोशी ने कहा कि, "यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन सुविधाओं से भरी है। आरामदायक सीटें हैं, फर्श को हर समय साफ रखने के लिए एक खास तरीके से बनाया गया है। ट्रेन में वाई-फाई और इंफोटेनमेंट सिस्टम भी होगा। " इसमें बहुत सी अन्य सुविधाओं के साथ CCTV कैमरे और ऑटो कंट्रोल एम्बिएंट लाइटिंग सिस्टम भी होगा।
साहिबाबाद और दुहाई के बीच 2023 तक शुरु
NCRTC दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के बीच भारत के पहले RRTS कॉरिडोर की कार्यान्वयन एजेंसी है। यह 82 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर है। साहिबाबाद और दुहाई के बीच 17 किमी लंबे प्राथमिकता वाले इस भाग को 2023 तक शुरु करने का लक्ष्य है। NCRTC के अधिकारियों के अनुसार, इनकी अधकतम स्पीड 180 किलेमीटर प्रति घंटे की है, लेकिन इनकी अधिकतम परिचालन गति 160 किलेमीटर प्रति घंटे और 100 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति पर रखी जाएगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) भारत सरकार और हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। NCRTC को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) परियोजना को लागू करने का काम सौंपा गया है।