
गाजियाबाद की आलीशान कोठी में चल रहा था फर्जी दूतावास, STF ने नकली राजदूत को पकड़ा
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पिछले काफी समय से एक फर्जी दूतावास चल रहा था, जिसका खुलासा नोएडा यूनिट की विशेष जांच दल (STF) ने किया है। टीम ने कविनगर की पॉश कॉलोनी में छापा मारकर एक आलीशान कोठी से नकली राजदूत को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान हर्षवर्धन जैन के रूप में हुई है। जैन इसी कोठी में खुद को वेस्ट आर्कटिका, साबोर्गा, पॉल्विया और लोडोनिया जैसे काल्पनिक, माइक्रोनेशन्स या स्वघोषित राष्ट्र का राजदूत बताता था।
छापा
क्या है पूरा मामला?
केंद्रीय एजेंसियों को सूचना मिली थी कि गाजियाबाद में फर्जी दूतावास चल रहा है। इसके बाद उत्तर प्रदेश STF ने मंगलवार को कोठी पर अचानक छापा मारकर आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी दूतावास के जरिए विदेशी व्यापार सौदों और रोजगार के अवसरों का वादा करके व्यक्तियों और कंपनियों को ठगता था। वह नकली कंपनियों के जरिए हवाला नेटवर्क भी चला रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और उसके गिरोह के अन्य लोगों को तलाश रही है।
जांच
राजनयिक नंबर प्लेट वाली 4 लग्जरी गाड़ियां बरामद
STF ने छापामारी में दूतावास से जुड़ी फर्जी सामग्री बरामद की है। उसकी कोठी पर राजनयिक नंबर प्लेट वाली चार लक्जरी गाड़ियां, माइक्रोनेशन राज्यों के 12 राजनयिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मुहरों वाले जाली दस्तावेज, 2 फर्जी पैन कार्ड, विभिन्न देशों और कंपनियों की 34 नकली मुहरें, 2 फर्जी प्रेस कार्ड, 44.7 लाख रुपये नकद, कई देशों की विदेशी मुद्रा और 18 अतिरिक्त फर्जी राजनयिक नंबर प्लेटें बरामद हुई हैं। आरोपी ने कविनगर में कोठी किराए पर ले रखी थी।
जांच
लोगों को चालाकी से बनाता था बेवकूफ
STF अधिकारियों ने बताया कि आरोपी सीधे-साधे लोगों को प्रभावित करने के लिए और खुद को बड़ा राजनयिक बताने के कई राष्ट्राध्यक्षों के साथ तस्वीरों का इस्तेमाल करता था। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम समेत कई देशों के प्रमुखों समेत वैश्विक नेताओं की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करके खुद को उनके साथ दिखाया था। इससे लोग उसके झांसे में आ जाते थे। वह विदेशों में काम दिलवाने का वादा करके पैसे ठगता था।
जांच
2011 में दर्ज हो चुका है आरोपी के खिलाफ मामला
STF को जांच में पता चला कि आरोपी जैन पर पहले भी मामला दर्ज हो चुका है। वह 2011 में अवैध सेटेलाइट फोन रखने के मामले में कविनगर थाने में नामजद है। इसके अलावा जैन का नाम विवादास्पद धर्मगुरु चंद्रास्वामी और अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर अदनान खशोगी के साथ भी जुड़ा हुआ है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि उसका नेटवर्क दूर-दूर तक फैला हुआ है।
ट्विटर पोस्ट
फर्जी दूतावास का वीडियो
#BREAKING : UP STF busts fake embassy in Ghaziabad, man running 'West Arctica' consulate held.
— UP BK NEWS📰 (@UP_BKSH) July 23, 2025
The accused, Harsh Vardhan Jain, a resident of Kavi Nagar in Ghaziabad, was arrested on Tuesday.#Ghaziabad #STF@ghaziabadpolice@Uppolice@myogiadityanath@narendramodi@DrSJaishankar pic.twitter.com/trSdnYbSNi