
उत्तर भारत की ये 4 प्रसिद्ध नृत्य शैलियां हैं दुनियाभर में मशहूर, इनके बारे में जानें
क्या है खबर?
भारत में नृत्य की कई शैलियां हैं, जो अपने-अपने राज्यों की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाती हैं।
देश के उत्तर भाग में भी नृत्य के कई रूप प्रसिद्ध हैं, जो अब विश्व भर में मशहूर हो गए हैं।
ये नृत्य शैलियां न केवल मनोरंजन का जरिया होती हैं, बल्कि इनसे संस्कृति, इतिहास और सामाजिक मुद्दों का भी पता चलता है।
आइए आज हम आपको उत्तर भारत के 4 प्रमुख डांस फॉर्म के बारे में बताते हैं।
#1
कथक
कथक उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख नृत्य है, जिसे यहां की शान माना जाता है। इसमें कलाकार पारंपरिक शास्त्रीय संगीत पर थिरकते हैं और अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।
कथक में 'लटकीरा' नामक गीतों का उपयोग होता है, जिसमें गायक और वादक एक साथ मिलकर नाचते हुए गाते हैं। माना जाता है कि इस नृत्य शैली को मथुरा और वाराणसी में शुरू किया गया था।
#2
गिद्धा
गिद्धा पंजाब का एक लोकप्रिय लोक नृत्य है, जिसे महिलाएं प्रस्तुत करती हैं। इसके दौरान महिलाएं पारंपरिक पंजाबी कपड़े पहनकर तालियों की थाप पर नाचती हैं।
गिद्धा में झुमके, चूड़ियां और रंग-बिरंगे कपड़े शामिल होते हैं, जो इसे बेहद आकर्षक बनाते हैं। यह नृत्य शैली पंजाबी संस्कृति का अहम हिस्सा है और इसे देखकर लोग खुश हो जाते हैं।
गिद्धा में महिलाएं समूह में नाचती हैं और अपनी कला का प्रदर्शन करती हैं।
#3
भांगड़ा
भांगड़ा उत्तर भारत के पंजाब क्षेत्र का एक पारंपरिक लोक नृत्य है। यह विशेष रूप से वसंत बैसाखी त्योहार से जुड़ा हुआ है, जो अप्रैल से मई की पहली तिमाही के बीच फसल के मौसम के दौरान किया जाता है।
इसे करते समय पंजाबी बोलियां बोली जाती हैं और हाथ और पैरों को ऊपर उठाकर थिरका जाता है।
लोग ढोल और नगाड़ों के धुन पर यह नृत्य करते हैं, जो कि बहुत जीवंत और मनोरंजक होता है।
#4
किक्कली
किक्कली एक जीवंत पंजाबी लोक नृत्य है, जिसे किक्ली भी कहा जाता है। इस नृत्य शैली में 2 लड़कियां एक-दूसरे का हाथ पकड़कर एक घेरे में घूमती हैं और चलते समय अपने शरीर को संतुलित रखती हैं।
यह युवा लड़कियों के बीच एक लोकप्रिय नृत्य है और आमतौर पर इसे जोड़ियों में किया जाता है। इसके दौरान लड़कियां खुशी से ताली भी बजाती हैं और गाते हुए झूमती हैं।
इसे पाकिस्तान के कुछ राज्यों में भी किया जाता है।