झारखंड: 15 साल पहले पिता की मॉब लिंचिंग, अब बेटे को भी भीड़ ने मार डाला
झारखंड में भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार दिए गए तबरेज अंसारी के पिता को भी 15 साल पहले कुछ इसी अंदाज में मार दिया गया था। स्थानीय निवासियों के अनुसार, तबरेज के पिता मसकूर अंसारी को नवंबर 2004 में जमशेदपुर के बागबेरा में चोरी करने के शक में भीड़ ने पीट-पीट कर मार दिया था। मामले में बागबेरा पुलिस स्टेशन में केस भी दर्ज किया गया था। पुलिस अब इस घटना की सारी जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
भीड़ ने काट दिया था पिता मसकूर का गला
इस बीच कांग्रेस जिला समिति के महासचिव मोहम्मद मोसाहिद खान ने कहा है कि मसकूर के शव को लेने के लिए वह खुद जमशेदपुर गए थे। अन्य दो लोगों ने भी मसकूर की मॉब लिंचिंग की पुष्टि की। तबरेज के घर से 100 मीटर की दूरी पर रहने वाली एक बुजुर्ग महिला ने 'TOI' को बताया, "उसे भी भीड़ ने पकड़ लिया था। उसे पीटा गया और गला काट दिया गया। जब उसका शव लाया गया तब हम यहीं थे।"
बागबेरा के सामाजिक कार्यकर्ता ने भी की पुष्टि
बागबेरा के कुछ लोगों के जेहन में घटना की यादें अभी भी ताजा हैं। स्थानीय नेता और सामाजिक कार्यकर्ता सुबोध कुमार झा ने बताया, "एक दिन बागबेरा के रामनगर मुहल्ले के लोगों ने एक व्यक्ति को पकड़ लिया और पीट-पीट कर मार डाला।"
मोटरसाइकिल चोरी करने के शक में बेटे तबरेज की पिटाई
अब मसकूर के बेटे तबरेज को भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला। तबरेज को 18 जून की शाम उसके घर से मात्र 5 किलोमीटर दूर सरायकेला खरसावां के एक गांव में भीड़ ने मोटरसाइकिल चुराने के शक में पकड़ लिया था और उसे पेड़ से बांधकर घंटों पीटा गया था। भीड़ ने उससे 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' बोलने को भी कहा। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे चोरी के आरोप में जेल में बंद कर दिया था।
पुलिस पर मामले को दबाने और लापरवाही का आरोप
तबरेज को गिरफ्तारी के चार दिन बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसके परिवार को आरोप है कि पुलिस ने उन्हें तबरेज से मिलने नहीं दिया और तमाम विनती के बावजूद उसे उपचार के लिए नहीं ले जाया गया। पुलिस द्वारा मामले को दबाने की कोशिश करने की बात भी सामने आ रही है और तबरेज के अंतिम बयान से भीड़ द्वारा पिटाई की सारी बातें हटा दी गई हैं।
मेडिकल जांच करने वाले डॉक्टर ने भी बरती लापरवाही
जेल में डालने से पहले तबरेज की मेडिकल जांच करने वाले डॉक्टर पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि उसने तबरेज को लगी चोटों को गंभीरता से नहीं लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि सिर में लगी चोट के कारण हुए ब्रेन हैमरेज से तबरेज की मौत हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी कुंद हथियार से शक्तिशाली प्रहार की वजह से उसे यह चोट लगी और उसकी जांच करने वाले डॉक्टर ने इसमें लापरवाही बरती।
विपक्ष के विरोध के बाद SIT का गठन
विपक्ष के विरोध के बाद मामले में विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है, जिसे बुधवार तक गृह सचिव और मुख्य सचिव को रिपोर्ट सौंपनी है। वहीं, 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और 2 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।