विशेष ट्रेनों में सात दिनों के लिए बुक हुई 45 करोड़ रुपये की दो लाख टिकटें
भारतीय रेलवे के चुनिंदा रूटों पर विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने के बाद दो लाख से अधिक यात्री अगले सात दिन में यात्रा के लिए टिकट बुक चुके हैं। इन टिकटों की बिक्री से रेलवे को अब तक 45.30 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई हो चुकी है। रेलवे मंत्रालय ने गुरूवार को ये जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली से चलने वाली ट्रेनों में केवल एक ट्रेन ऐसी रही जिसमें उसकी क्षमता से कम यात्री थे।
रविवार को केंद्र सरकार ने की थी विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा
भारत में 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' के बाद से ही आम यात्रियों के लिए रेल सेवाएं बंद हैं। पहले इन्हें 31 मार्च तक के लिए बंद किया गया था, लेकिन फिर लॉकडाउन के साथ-साथ ट्रेनों पर लगी पाबंदी भी आगे बढ़ती चली गई। बीते रविवार को केंद्र सरकार ने 12 मई से दिल्ली को देश के अन्य मुख्य शहरों से जोड़ने वाले रूटों पर रोजाना 15 विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी।
बुधवार को दिल्ली से नौ ट्रेनें रवाना, आठ में क्षमता से अधिक बुकिंग
ट्रेन सेवाएं शुरू होने के बाद बुधवार को दिल्ली से नौ ट्रेनें रवाना हुईं जिनमें 9,000 लोग सवार थे। इनमें से हावड़ा, जम्मू, तिरुवनंतपुरम, चेन्नई, डिब्रूगढ़, मुंबई, रांची और अहमदाबाद गईं आठ ट्रेनों में उनकी क्षमता से अधिक बुकिंग हुई। हावड़ा-नई दिल्ली ट्रेन 122 प्रतिशत, नई दिल्ली-तिरुवनंतपुरम ट्रेन 150 प्रतिशत, नई दिल्ली-जम्मी तावी 109 प्रतिशत, नई दिल्ली-रांची ट्रेन 115 प्रतिशत, नई दिल्ली-मुंबई सेंट्रल ट्रेन 117 प्रतिशत, नई दिल्ली-अहमदाबाद 102 प्रतिशत और नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ 133 क्षमता के साथ चलीं।
स्टेशनों पर उतर और चढ़ रहे यात्री- अधिकारी
एक अधिकारी ने बताया, "ओवर बुकिंग का ये मतलब नहीं है कि यात्री गलियारे में खड़े रहते हैं, इसका मतलब ये है कि स्टेशनों पर लोग ट्रेन से उतर रहे हैं और चढ़ रहे हैं और एक सीट के लिए कई बुकिंग की गई हैं।"
दिल्ली से पटना वाली ट्रेन में क्षमता से कम रहे यात्री
बुधवार को दिल्ली से चली नौ ट्रेनों में से पटना जाने वाली नई दिल्ली-राजेंद्र नगर ट्रेन एकमात्र ऐसी ट्रेन रही जो अपनी क्षमता से कम पर चली। ट्रेन में एक बार में 1,239 यात्री सफर कर सकते हैं, लेकिन बुधवार को इसमें केवल 1,077 यात्रियों ने सफर किया जो कुल क्षमता का 87 प्रतिशत है। अधिकारियों ने कहा कि क्षमता से कम यात्रियों का कारण बिहार के प्रवासी मजदूरों के लिए पहले से ही 100 ट्रेनें चलना हो सकता है।
800 श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनों में 10 लाख मजदूर पहुंचाए गए गृह राज्य
बता दें कि इन राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा रेलवे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए 1 मई से श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनें भी चला रहा है। राज्यों की मांगों पर ये ट्रेनें चलाई जा रही है। रेलवे के अनुसार, 1 मई से अब तक 800 श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं जिनके जरिए लगभग 10 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य वापस पहुंचाया जा चुका है।