कोरोना वायरस: विशेषज्ञों का अनुमान- 15 अप्रैल के बाद ही महाराष्ट्र में आएगी मामलों में गिरावट
कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहे महाराष्ट्र को इससे जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं है और विशेषज्ञों ने 15 अप्रैल के बाद ही राज्य में दैनिक मामलों में किसी गिरावट का अनुमान लगाया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश तोपे ने यह भी कहा है कि अगर उछाल जारी रहती है तो सरकार को कुछ शहरों में ल़ॉकडाउन लगाने पर मजबूर होना पड़ सकता है।
फरवरी के दूसरे हफ्ते से बढ़ना शुरू हुए थे महाराष्ट्र में मामले
कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक महाराष्ट्र में फरवरी के दूसरे हफ्ते से दैनिक मामले बढ़ने लगे थे और अभी ये रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। रविवार को राज्य में 30,000 से अधिक नए मामले सामने आए जो अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं। अभी राज्य में 2.15 लाख सक्रिय मामले हैं और टेस्ट पॉजिटिविटी रेट भी 13.56 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर पर बनी हुई है।
सात दिन में ही आए नवंबर और दिसंबर से अधिक मामले
राज्य में क्या स्थिति है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि 17 मार्च को दूसरी लहर में पहली बार 20,000 नए मामले सामने आने के बाद से अब तक यहां 1,56,999 नए मामले सामने आ चुके हैं। इसकी तुलना में पूरे नंवबर में राज्य में 1,43,262 और दिसंबर में 1,20,684 नए मामले सामने आए थे। इसका मतलब पहले जितने मामले एक महीने में आए थे, अब उससे अधिक मामले सात दिन में ही आ चुके हैं।
15 अप्रैल के बाद ही मामलों में गिरावट आने की उम्मीद- विशेषज्ञ
राज्य सरकार की मृत्यु ऑडिट समिति के चेयरमैन डॉ अविनाश सुपे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना के मामले 15 अप्रैल के बाद स्थिर हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "कई महामारी विशेषज्ञों से बात करने के बाद और पिछले ट्रेंड्स को देखते हुए हमें आठ हफ्ते में मामलों के स्थिर होने की उम्मीद है, जिसका मतलब हम 15 अप्रैल के बाद ही किसी गिरावट की उम्मीद कर सकते हैं।" उनसे पहले अन्य विशेषज्ञ भी यह बात कह चुके हैं।
विशेषज्ञों ने की वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज करने की मांग
विशेषज्ञों ने दूसरी लहर को काबू में करने के लिए राज्य में वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज करने की अपील भी की है। डॉ सुपे ने कहा कि अभी तक वैक्सीनेशन को 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए खोल देना चाहिए था। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे केंद्र सरकार से ये मांग कर भी चुके हैं, हालांकि अभी इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। राज्य में अभी रोजाना 2-2.5 लाख खुराकें लगाई जा सही हैं।
उछाल जारी रहा तो लगाना पड़ेगा लॉ़कडाउन- स्वास्थ्य मंत्री
इस बीच स्वास्थ्य मंत्री राजेश तोपे ने उछाल जारी रहने पर कई शहरों में लॉकडाउन लगाने की बात कही है। सोमवार को उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री अपने संबोधन में कह रहे हैं कि अगर मामले बढ़ना जारी रहता है तो हमें लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। मैं मुख्यमंत्री से कल फिर मिलूंगा। अगर मामले बढ़ना जारी रहते हैं तो हमें कड़ी पाबंदियां लगानी पड़ेंगी।" उन्होंने लोगों से लॉकडाउन से बचने के लिए नियमों का पालन करने की अपील भी की।